प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलहकार):
प्रतिवर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली पंचमी तिथि के दिन बसंत पंचमी मनाई जाती है। बसंत पंचमी का दिन मां सरस्वती की पूजा-आराधना करने का दिन है।
इस दिन सरस्वती मां (Saraswati Ma) शिक्षा, विद्या और बुद्धि का अपने भक्तों को वरदान देती हैं। इस वर्ष 26 जनवरी के दिन बसंत पंचमी मनाई जाएगी।
इस दिन को श्री पंचमी और सरस्वती पूजा (Saraswati Puja) के नाम से भी जाना जाता है। बच्चे हों या बड़े सभी के जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व होता है।
इस चलते बसंत पंचमी को स्कूल और कॉलेज समेत कई कार्यालयों में भी मनाया जाता है। वहीं, ऐसे कुछ काम हैं जिन्हें बसंत पंचमी के दिन करना बेहद शुभ माना जाता है।
बसंत पंचमी के दिन सरस्वरी मां की उपासना अथवा पूजा आदि की जाती है। साथ ही, बसंत पंचमी के दिन अभूज मूहुर्त होता है जिसे नए कामों की शुरूआत के लिए खास माना जाता है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन पूजा करने से व्यक्ति को अज्ञानता और आलस्य से मुक्ति मिलती है।
बसंत पंचमी के दिन किए जाने वाले उपाय | Basant Panchami 2023
- सरस्वती मां को प्रसन्न करने के लिए बसंत पंचमी के दिन ‘ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः’ का जाप किया जा सकता है। खासतौर से वे विद्यार्थी जो पढ़ाई में मुश्किल महसूस करते हैं इस मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं।
- पढ़ाई करते समय बसंत पंचमी के दिन पूर्व, उत्तर या पूर्वोत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठा जा सकता है। इससे पढ़ते वक्त मन लगता है और पढ़ाई में ध्यानकेंद्रित करने में मदद मिलती है।
- इस दिन छोटी बच्चियों को पीले रंग (Yellow Colour) के मीठे चावल खिलाना मान्यतानुसार शुभ होता है।
- बसंत पंचमी पर पीले रंग का अत्यधिक महत्व है। इस चलते बच्चे पीले रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं। इसके अलावा मां सरस्वती के समक्ष पीले फूल अर्पित करना, पीले चंदन का टीका लगाना और पीला भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है।
- बसंत पंचमी की पूजा (Basant Panchami Puja) करने के लिए केसर या पीले चंदन का तिलक लगाएं और मां सरस्वती के समक्ष पूरे मन से विद्या या संगीत का आशीर्वाद मांगे। कहते हैं सरस्वती मां सभी की मनोकामनाओं की पूर्ति करती हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। वार्ता 24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)