दुर्ग जिले का सबसे बड़ा चावल तस्कर और चोरी का कबाड़ बेचने वाला आरोपी भिलाई तीन पुलिस के चंगुल से भाग गया। पुलिस ने मौके से 3.60 लाख रुपए की कीमत का 6 टन लोहा और वाहन सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों में एक नाबालिग है। वहीं मुख्य आरोपी और चावल तस्कर शिव शर्मा पुलिस के चंगुल से बुलेट छोड़कर फरार हो गया।
छावनी सीएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि बीते 17-18 जनवरी की देर रात टेलकम फैक्ट्री हथखोज के अंदर से बड़ी मात्रा में चोरी हुई है।
इसकी शिकायत सेक्टर 1 भिलाई निवासी रमेश सोनी पिता शान्तनु प्रसाद सोनी (59 साल) ने गुरुवार को पुरानी भिलाई में दर्ज कराई थी।
मामला संज्ञान में आते ही पुलिस उसकी खोजबीन में लग गई। रमेश सोनी ने बताया कि फैक्ट्री के पीछे रखे LN टॉवर व TTH टॉवर के कम्पोनेंट जो एंगल और चेकर प्लेट से बना वो चोरी हुआ है। चोरी गए लोहे का कुल वजन 6 टन और कीमत 360,000 रुपये है।
मुखबिर की सूचना पर आरोपी गिरफ्तार
पुलिस इस मामले की जांच कर ही रही थी कि उन्हें पता चला कि कुछ लोग हथखोज में लोहे का एंगल, प्लेट कबाड़ी के यहां बेचने की बात कर रहे हैं।
सूचना मिलते ही पुरानी भिलाई पुलिस मौके पर पहुंची और तीन संदेहियों को हिरासत में लिया।
पूछताछ में उन लोगों ने बताया कि खुर्सीपार निवासी निवासी शिव शर्मा के कहने पर उन्होंने ये लोहा LN टॉवर और TTH टॉवर के कम्पोनेंट चोरी किया है।
झाड़ियों और गोदाम में छिपाकर रख था बाकी का लोहा
आरोपियों ने बताया कि आरोपी शिव शर्मा ने चोरी का बाकी माल अपने खुर्सीपार वाले गोदाम में इंजीनियरिंग पार्क हथखोज की झाड़ियों में छिपाकर रखना है।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी का माल जब्त किया। पुलिस ने शिवाजी नगर अटल आवास निवासी बंशीलाल बारले (25 साल), ईडब्ल्यूडी 394 वैशाली नगर गोल मार्केट के पास निवासी हर्ष तनेजा (21 साल) और खुर्सीपार दुर्गा मंदिर के पास निवासी जसवीर सिंह (29 साल) सहित एक नबालिग लड़के को गिरफ्तार किया है। सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मुख्य आरोपी पुलिस के हाथ से फरार
खुर्सीपार निवासी शिव शर्मा सरकारी चावल का जिले का सबसे बड़ा तस्कर है। इसके साथ ही वह चोरी का कबाड़ सहित कई अपराधिक गतिविधयों में भी शामिल रहता है।
पुलिस के पास उसके खिलाफ कई मामले भी आए, लेकिन वह हर बार वहां से छूटने में कामयाब हो जाता था।
इससे पहले वह चावल तस्करी मामले में स्मृति नगर थाने में पकड़ा गया था। इसके बाद वहां के तत्कालीन एसआई से सांठगांठ करके वहां से छूट गया था।