हाइब्रिड इम्युनिटी या पुराना कोविड-19 संक्रमण दोबारा कोरोना का शिकार होने से बचाने में कारगर साबित हो रहा है।
हाल ही में प्रकाशित लैंसेट की एक स्टडी में इसके संकेत मिले हैं। स्टडी में कहा गया है कि वैक्सीन नहीं लेने वाले या अब तक संक्रमण से बचे लोगों की तुलना में हाइब्रिड इम्युनिटी और पहले कोविड का शिकार हो चुके लोग एक साल बाद भी अधिक सुरक्षित हैं।
जानकारों ने कोविड संक्रमण और हाइब्रिड इम्युनिटी से हासिल इम्युनिटी की समीक्षा की थी। उन्होंने पाया कि हाइब्रिड इम्युनिटी हासिल करने के एक साल बाद व्यक्ति में गंभीर रूप से कोविड का शिकार होने या अस्पताल में भर्ती होने की संभावनाएं 95 फीसदी तक कम हो गई थीं।
जबकि, एक साल पहले संक्रमित हुए और टीकाकरण नहीं लेने वाले व्यक्ति के मामले में यह आंकड़ा 75 फीसदी तक कम हो गया।
जब कोई व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुका है और टीकाकरण भी करा चुका है, तो वह हाइब्रिड इम्युनिटी हासिल कर लेता है।
ताजा स्टडी में शोधकर्ताओं ने 26 स्टडीज का डेटा एनालिसिस किया है।
जानकारों का कहना है कि टीकाकरण गंभीर बीमारी और कोविड-19 के बाद होने वाली जटिलताओं को कम कर देता है।