अंतरराष्ट्रीय जगत में आलोचना झेल रहे चीन ने पहली बार ये कबूल किया है कि देश में कोविड से हाहाकार मचा हुआ है।
चीन ने शनिवार को कहा कि कोविड जीरो नीति छोड़ने के बाद से देश में कोविड -19 से लगभग 60,000 लोगों की मौत अस्पतालों में हुई है, जो पहले बताए गए आंकड़ों से कई गुना ज्यादा है।
घरों पर हुई मौत के आंकड़े इसमें शामिल नहीं हैं। चीन ने पिछले महीने अपनी शून्य-कोविड नीति को छोड़ दिया था, उसके बाद से कोविड के मामलों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
बीजिंग ने नवंबर के अंत में व्यापक विरोध-प्रदर्शन के बाद दिसंबर की शुरुआत में अचानक तीन साल से जारी सख्त कोविड जीरो नीति को छोड़ दिया था, जिसमें लगातार परीक्षण, यात्रा प्रतिबंध और बड़े पैमाने पर लॉकडाउन लगाने के प्रावधान थे। तब से 1.4 बिलियन आबादी वाले चीन में कोविड के मामले बढ़ गए हैं।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (NHC) के तहत चिकित्सा प्रशासन ब्यूरो के प्रमुख जिओ याहुई ने एक मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि 8 दिसंबर से 12 जनवरी के बीच, चीनी अस्पतालों में कोविड से संबंधित मौतों की संख्या 59,938 थी।
उन्होंने कहा कि कोविड बुखार और आपातकालीन मामले के मरीजों की अस्पताल में भर्ती की संख्या चरम पर थी, जो अब धीरे-धीरे कम रही है।
उन्होंने कहा कि उन मौतों में से 5,503 कोविड के कारण सांस लेने में हुई दिक्कत के कारण हुई है जबकि शेष कोविड और अन्य बीमारियों के संयोजन के कारण हुई हैं।
उधर, अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस साल चीन में कम से कम 10 लाख कोविड से संबंधित मौतों की भविष्यवाणी की है।
चीन ने इससे पहले महामारी शुरू होने के बाद से सिर्फ 5,000 के करीब मौतों की सूचना दी थी, जो दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर में से एक थी।