देश-प्रदेश सहित विदेशी उद्योग समूहों ने दिखाई निवेश में रूचि, मुख्यमंत्री चौहान ने की उद्योगपतियों और निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश ने सभी सेक्टर के उद्योगों के लिए राज्य में आधारभूत व्यवस्था कर उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार नीतियाँ विकसित की हैं।
राज्य शासन प्रदेश में अधिक निवेश तथा अधिक रोजगार की संभावना होने पर नीतियों में तदनुसार व्यवस्था के लिए भी तैयार है। टीम मध्यप्रदेश ईज ऑफ डूईंग बिजनेस की भावना को क्रियान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री चौहान ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में वन-टू-वन चर्चा के प्रथम सत्र में भाग ले रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान से विभिन्न देशों के काउंसलेट जनरल, उद्योग एवं व्यापार संगठनों के प्रतिनिधियों तथा औद्योगिक समूहों के व्यक्तियों ने भेंट की।
मुख्यमंत्री चौहान से नार्वे, किंगडम ऑफ नीदरलैंड, इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात, कनाडा, थाइलैंड, मॉरीशस, फ्रांस, जमेका, घाना और सिंगापुर के प्रतिनिधियों, स्लोवाकिया के इंडियन चेम्बर ऑफ कामर्स, इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के प्रतिनिधि-मंडल ने भेंट की।
हांगकांग का एपिक ग्रुप करेगा 400 करोड़ का निवेश
मुख्यमंत्री चौहान से वन-टू-वन चर्चा में हांगकांग में स्थापित गारमेंट क्षेत्र के अग्रणी समूह एपिक ग्रुप के एग्जीक्यूटिव चेयरमेन रंजन मेहता और वाइस प्रेसीडेंट श्रीमती अनु अरोड़ा ने भोपाल के निकट 35 एकड़ भूमि पर 400 करोड़ रूपये के निवेश से वर्टिकल फेब्रिक और गारमेंट इकाई की स्थापना की कार्य-योजना पर चर्चा की। इकाई से लगभग 10 हजार व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
एपिक ग्रुप बहुराष्ट्रीय कम्पनियों जैसे लिवाइस, अमेजॉन, वॉलमार्ट, नॉटिका आदि को गारमेंट की आपूर्ति करता है। वर्तमान में समूह की इकाइयाँ बांग्लादेश, जॉर्डन, वियतनाम और इथियोपिया में संचालित हैं।
समूह बांग्लादेश से अपनी कुछ गतिविधियाँ मध्यप्रदेश में स्थानांतरित करने का इच्छुक है। समूह द्वारा प्रदेश में प्रशिक्षण केन्द्र खोलने के संबंध में चर्चा की गई।
प्रदेश में स्थापित होने वाली समूह की इकाई से 80 प्रतिशत निर्यात किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि सभी सुविधाएँ एवं प्रक्रियाएँ तेजी से रूप से पूरी की जाएंगी।
नॉर्वे पवन और सौर ऊर्जा में दीर्घकालिक निवेश का इच्छुक
नॉर्वे के हेन्स जेकब फाइडेलुड के नेतृत्व में प्रतिनिधि-मंडल ने छिंदवाड़ा जिले में सौर तथा पवन ऊर्जा में दीर्घकालिक निवेश तथा ग्रीन एनर्जी, नवकरणीय ऊर्जा के संबंध में चर्चा की।
प्रतिनिधि-मंडल ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के क्षेत्र में दोनों देशों के साथ मिल कर कार्य करने की इच्छा जताई।
इजराइल की कम्पनियों ने मध्यप्रदेश को कृषि और कौशल उन्नयन के लिए पाया उपयुक्त
इजराइल के काउंसलर जनरल कोब्बी शोहसानी तथा ट्रेड कमिश्नर इस्ताव एलमलाक ने कहा कि इजराइल की कम्पनियों ने भारत में ऊर्जा, दूरसंचार, रियल एस्टेट और जल प्रौद्योगिकी में निवेश किया है।
मध्यप्रदेश में कृषि के क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों के संचालन और उनमें निवेश के लिए इजराइल की कम्पनियाँ इच्छुक हैं। साथ ही कौशल विकास, स्मार्ट सिटी डेवपलमेंट तथा अधो-संरचना विकास के क्षेत्र में निवेश की भी इच्छुक हैं।
मुख्यमंत्री चौहान से मिला सिंगापुर का प्रतिनिधि-मंडल
मुख्यमंत्री चौहान से सिंगापुर इंडियन चेम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि मनीष त्रिपाठी के नेतृत्व में मिले।
प्रतिनिधि-मंडल ने कृषि प्र-संस्करण, थीम पार्क विकसित करने तथा कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण गतिविधियों के विस्तार के बारे में चर्चा की।
भोपाल के पास सायबर सिटी विकसित करने की योजना
मुख्यमंत्री चौहान से मुलाकात में मेसर्स शाही एक्सपोर्ट्स के हरीश आहूजा ने इंदौर के समीप 25 एकड़ भूमि पर 200 करोड़ रूपये के निवेश से रेडीमेड गारमेंट इकाई की स्थापना के संबंध में प्रस्ताव रखा।
नेटलिंक स्ट्रेटेजिक सॉल्यूशन प्रायवेट लिमिटेड, अमेरिका की फ्लैश साइंटिफिक टेक्नोलॉजी के साथ मिल कर भोपाल के पास 200 करोड़ के निवेश से सायबर सिटी निर्माण की इच्छुक है।
नेटलिंक से अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि स्टार्टअप प्रोत्साहन में 25 करोड़ रूपये का निवेश करना चाहते हैं। उन्होंने आकाशीय बिजली के नुकसान को बचाने के लिए तकनीक का पॉयलेट प्रोजेक्ट प्रदेश में क्रियान्वित करने पर चर्चा की।
कमर्शियल रियल एस्टेट में कार्यरत जे.एल.एल. समूह ने मध्यप्रदेश में ली रूचि
मुख्यमंत्री चौहान से वैश्विक स्तर पर कमर्शियल रियल एस्टेट के क्षेत्र में कार्यरत जे.एल.एल. समूह के संदीप पटनायक तथा मोहित जैन ने भेंट कर 5 हजार करोड़ के निवेश से सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट एवं इण्डस्ट्रियल पार्क की परियोजना का प्रस्ताव रखा।
परियोजना के लिए विदेश एवं घरेलू संस्थाओं से वित्त पोषण लाने पर भी चर्चा हुई। नर्मदा शुगर प्रायवेट लिमिटेड के विवेक माहेश्वरी तथा अखिलेश गोयल ने प्रदेश में 450 करोड़ के निवेश से एथनॉल प्लांट, कंप्रेस्ड बॉयोगैस प्लांट और राइस ब्रान रिफाइनरी की स्थापना के संबंध में चर्चा की।
उर्वरक उत्पादन से लेकर स्ट्राबेरी और ब्लू-बेरी उत्पादन के प्रस्ताव
मुख्यमंत्री चौहान से वन-टू-वन चर्चा में कृष्णा फॉस्केम लिमिटेड के पंकज ओस्टवाल ने झाबुआ में 200 हेक्टेयर भूमि पर 5100 करोड़ के निवेश से उर्वरक और कृषि रसायन की 7 इकाइयों की स्थापना संबंधी कार्य-योजना पर बातचीत की।
टेक्समो पाइप्स एण्ड प्रोडक्ट्स लिमिटेड के संजय कुमार ने पीथमपुर में 130 करोड़ की लागत से 18 एकड़ भूमि पर एथनॉल संयंत्र की परियोजना की जानकारी दी।
आबूधाबी की ई-20 इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के परमेन्द्र गर्ग ने स्ट्राबेरी, ब्लू-बेरी की खेती, उनके प्र-संस्करण तथा वैश्विक स्तर पर वितरण के संबंध में प्रस्ताव दिया तथा भौगोलिक रूप से अनुकूल भूमि आवंटित करने का निवेदन किया।
मुख्यमंत्री चौहान से रेक बैंक डाटा सेंटर, डीएनआर कार्पोरेशन प्रायवेट लिमिटेड, टास्कस इंडिया प्रायवेट लिमिटेड, लाउडस फाउंडेशन, एसवी एग्री, ईस्ट वेस्ट सीड्स, सॉलिडेरीडाड के प्रतिनिधियों ने भी भेंट कर उद्योग और व्यापार विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा की।