21.80 लाख किसानों को 19,675 करोड़ रूपए का भुगतान, कस्टम मिलिंग के लिए लगभग 70 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव।
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का महाभियान निरंतर जारी है। 01 नवंबर 2022 से शुरू हुई धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2023 तक चलेगा।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में समर्थन मूल्य पर किसानों से 12 जनवरी शाम 5.30 बजे तक 95.29 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है।
धान खरीदी के एवज में राज्य के 21.80 लाख से अधिक किसानों को 19,675 करोड़ रूपए का भुगतान बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किया गया है।
मुख्यमंत्री की पहल पर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है।
अब तक लगभग 81 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा लगभग 70 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है।
अधिकारियों ने बताया कि 12 जनवरी को 35 हजार 719 किसानों से 1.48 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है।
इसके अलावा ऑनलाइन प्राप्त टोकन के जरिए किसानों से 11 हजार टन धान की भी खरीदी हुई है।
आगामी दिवस की धान खरीदी के लिए 45 हजार से अधिक टोकन तथा ”टोकन तुंहर हाथ एप” के जरिये 3 हजार से अधिक टोकन ऑनलाइन जारी किए गए हैं।
गौरतलब है कि इस साल राज्य में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.26 लाख नये किसान शामिल हैं।
राज्य में धान खरीदी के लिए 2616 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है।
इसी तरह राज्य में धान खरीदी की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सीमावर्ती राज्यों से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट पर माल वाहकों की चेकिंग की जा रही है।