जिला अस्पताल दुर्ग में दांत के रोगों की सर्जरी के साथ ही अब मसूड़ों व जबड़ों की सर्जरी भी होगी। इसके लिए हाल ही नियुक्त प्रोस्थोडोंटिस्ट डॉ. रेनुका जायसवाल व ओरल सर्जन डॉ. कामिनी ने ज्वाइन कर लिया।
सिविल सर्जन डॉ. वाई के शर्मा के मुताबिक 26 जनवरी तक दोनों अपने-अपने विषय की सर्जरी शुरू कर देंगे। इससे दुर्ग जिला अस्पताल, जबड़ों व मसूड़ों के सर्जरी सुविधा देने वाला प्रदेश का पहला जिला अस्पताल बन जाएगा। अभी तक ऐसी सर्जरी सरकारी सेट-अप में केवल मेडिकल कॉलेजों में होती थी।
दोनों नए विशेषज्ञ डॉक्टरों के ज्वाइन करने से जिला अस्पताल में इस सर्जरी की सुविधा शुरू हो जाएगी। जिला अस्पताल के डेंटल डिपार्टमेंट में अब कुल 7 डेंटिस्ट हो गए हैं। इनमें एक नई डॉ. शिवांशी (बीडीएस) और 4 पहले से पदस्थ हैं।
पहले के चारों डाक्टरों में एक डाॅ. दिव्या चौरसिया (एमडीएस) विशेषज्ञ और शेष 3 बीडीएस हैं। इस प्रकार जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। आगामी दिनों में निजी अस्पतालों के बराबर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने की है।
मरीजों को रायपुर नहीं करना पड़ेगा रेफर
1 दुर्घटना में घायल रायपुर या निजी अस्पताल नहीं जाएंगे : दुर्घटना में अमूमन घायलों के चेहरे की हड्डियां टूट जाती है। दांत मसूड़ों सहित उखड़ जाते हैं। इसी अवस्था में जिला अस्पताल पहुंचने वालों को रायपुर भेज दिया जाता था। क्योंकि इसके इलाज में मैक्सिलो फेशियल और ओरल सर्जन की जरूरत पड़ती है। अभी तक इन दोनों विषय के डॉक्टर अस्पताल में नहीं थे।
2 विशेषज्ञ के निर्देशन में इलाज मिलेगा, खतरा कम होगा : विशेषज्ञ डॉक्टर के नहीं होने पर जिला अस्पताल में चेहरे व मसूड़ों की चोटें होने पर अच्छा प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल पाता था। ब्लडिंग की दशा में मरीज के रायपुर पहुंचने तक हालत और गंभीर हो जाती थी। विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति होने से ऐसे घायलों को बेहतर प्राथमिक उपचार मिलेगा।
3 दांत के इलाज में लाखों रु. खर्च करने से राहत मिलेगी : 5 वर्ष के भीतर डेंटल सर्जरी सबसे महंगी सर्जरी हो गई है। एक दांत लगाने के लिए एक डॉक्टर अगर 1 हजार रुपए लेता है, तो दूसरा एक ही दांत को अच्छी क्वालिटी का बताकर 50 हजार रुपए तक चार्ज बताता है। मसूड़ों व जबड़ों की सर्जरी का चार्ज निजी अस्पताल और आसमान छू रहा है।
दो विशेषज्ञ डॉक्टरों ने किया ज्वाइन, जबड़ों व मसूड़ों की सर्जरी होगी :
डॉ. वाई के शर्मा, सिविल सर्जन ने कहा “जिला अस्पताल में 1 प्रोस्थोडोंटिस्ट व 1 ओरल सर्जन को मिलाकर दो विशेषज्ञ डॉक्टर ज्वाइन किए हैं। इनके आने से प्रदेश के पहले जिला अस्पताल में हम जबड़ों और मसूड़ों की सर्जरी शुरू कर पाएंगे। गणतंत्र दिवस तक इस सर्जरी को शुरू करने के सभी इंतजाम हो जाएंगे। उसके बाद दोनों सर्जरी शुरू कर दी जाएगी। इनसे डेंटल डिपार्टमेंट में कुल 7 डेंटिस्ट हो गए हैं।“