ईरान में महिला चेस प्लेयर को बिना हिजाब पहने मैच खेलने पर देश में वापस न लौटने का फरमान जारी हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी शतरंज खिलाड़ी सारा खादेम अपने देश वापस न लौटने की चेतावनी मिलने के बाद स्पेन पहुंचीं हैं।
खादेम ने ईरान में राष्ट्रव्यापी विरोध के बीच कजाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिजाब के बिना ही मुकाबले में हिस्सा लिया था, जिसे लेकर उन्हें धमकियां मिल रही हैं।
ईरान में महिलाओं के लिए सख्त ड्रेस कोड के तहत हिजाब पहनना अनिवार्य है।
इसके बावजूद सारा खादेम ने पिछले हफ्ते अल्माटी में फिडे वर्ल्ड रैपिड एंड ब्लिट्ज चेस चैंपियनशिप में हिजाब के बिना हिस्सा लिया।
अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ की वेबसाइट के अनुसार, खादेम दुनिया में चेस प्लेयर की रैंक में 804वें पायदान पर हैं।
सारा खादेम को फोन पर मिल रहीं धमकियां
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सारा खादेम को कई फोन कॉल आए जिसमें उन्हें धमकी दी गई। खादेम को टूर्नामेंट के बाद ईरान वापस नहीं लौटने की चेतावनी दी गई।
कॉल पर उनसे यह भी कहा गया कि अगर वह लौटीं तो वे उसकी ‘समस्या का समाधान’ कर देंगे। इतना ही नहीं, उनके पेरेंट्स और रिश्तदारों तक को धमकी भरे कॉल आए।
प्लेयर के होटल के कमरे के बाहर बॉडीगार्ड्स तैनात
सारा खादेम फिलहाल स्पेन में हैं। धमकी मिलने के बाद उनके होटल के कमरे के बाहर बॉडीगार्ड्स तैनात किए गए हैं।
मालूम हो कि ईरान में जबरन हिजाब के खिलाफ बीते साल सितंबर से ही विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
ये प्रदर्शन 22 साल की महसा अमीनी की मोरैलिटी पुलिस की हिरासत में हुई मौत के बाद शुरू हुए। पुलिस ने उसे ठीक ढंग से हिजाब नहीं पहनने के आरोप में हिरासत में लिया था।