सोमवार को हुई विधानसभा की कार्रवाई के बीच कुछ ऐसा हो गया, जिसकी वजह से सिख समुदाय नाराज है।
नाराजगी सड़कों पर भी दिखी। देर शाम प्रदेश के मंत्री शिव डहरिया और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के घर के बाहर सिखों ने धरना दे दिया।
दोनों माननियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालात इस कदर बिगड़ने लगे कि मौके पर पुलिस ने पहुंचकर मोर्चा संभाला।
विधानसभा की कार्रवाई के बीच कुलदीप जुनेजा वृक्षारोपण को लेकर सवाल कर रहे थे। मंत्री अकबर जवाब दे रहे थे।
इस बीच सदन में पक्ष और विपक्ष के नेता शोर करने लगे। अजय चंद्राकर ने जुनेजा के सवाल पूछने के दौरान सरदार कहा…तभी सरदार शब्द के साथ कुछ आपत्तिजनक बातें मंत्री शिव डहरिया ने मजाकिया लहजें में कह दीं।
सबसे पहले ये सभी अजय चंद्राकर के घर गए, चंद्राकर ने बाहर आकर सभी से मुलाकात की और बताया कि आपत्तिजनक शब्द मंत्री डहरिया ने कहे हैं, फिर भी मैं माफी मांगता हूं। चंद्राकर ने लिखित में खेद प्रकट करते हुए माफी मांगी।
इसके बाद सभी लोग पहुंच गए मंत्री शिव डहरिया के घर, यहां धरना देकर मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
सिख समुदाय की ओर से यहां पहुंचे दिलेर सिंह ने बताया कि हमने वीडियो देखा है। विधानसभा में मंत्री डहरिया ने सिखों को लेकर गलत बातें कही हैं।
इसका हम विरोध कर रहे हैं। उन्होंने हमारा मजाक बनाकर हमें अपमानित किया है।
मंत्री के बंगले के बाहर बढ़े हंगामे की वजह से पुलिस पहुंची, मंत्री भी बाहर आए। भड़के हुए लोगों को देखकर समझाने का प्रयास करने लगे। खबर मिलते ही विधायक कुलदीप जुनेजा भी पहुंच गए। मामला शांत कराने लगे।
मगर लोग नहीं मानें। फिर मंत्री डहरिया ने कहा- समनाम को हम भी मानते हैं, ये भी। हमारी इनके प्रति कोई दुर्भावना नहीं है ।
हम भी ये भी गुरु काे मानते हैं। ये भी गुरु को मानते हैं। कोई गलत फहमी होगी हमने खेद व्यक्त किया है, हमारी पूरी श्रद्धा इनके साथ है।
इसमें कोई दूसरी बात हो नहीं सकती। इसके बाद मंत्री डहरिया ने माफी नाम लिखकर सभी से माफी मांगी।