देवों की भूमि हिमाचल में क्रिसमस (Christmas) से लेकर नए साल के जश्न (New Year Celebrations) के मौके पर सैलानी और सूबे के लोग महज पांच दिन में 21 लाख से ज्यादा शराब की बोतलें (Liquor Bottles) गटक गए।
50 करोड़ रुपये की यह शराब केवल पांच ही दिनों में सैलानी और हिमाचली उड़ा गए।
इनमें से देसी शराब की 11,67,405 बोतलें, जबकि अंग्रेजी शराब की 6,69,383 बोतलें शामिल हैं। यही नहीं, इन पांच दिन में लोग 2,76,795 बोतलें बीयर की गटक गए हैं।
दरअसल, प्रदेश में क्रिसमस ये लेकर नए साल के जश्न तक हर साल ही लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं। पहाड़ों पर जश्न करते हैं। होटलों से लेकर विभिन्न, बार और ठेकों में खूब शराब उड़ती है। हर साल की तरह इस बार भी सरकार की ओर से शराबियों के लिए पूरी तरह से ढील दी गई। इस बार 2 जनवरी तक होटल और ढाबे 24 घंटे खोलने की इजाजत सरकार ने दी थी।
सरकार ने शराब से कमाए 30 करोड़ रुपये
नए साल से पहले पांच दिन तक शराब की बिक्री से सरकार को 30 करोड़ रुपये की आय हुई। हालांकि, होटल, रेस्तरांओं और ठेकों वालों ने कितनी कमाई की इसका अंदाजा नहीं लगाना मुश्किल है। यह, वह शराब है, जो सरकार ने बेची। इसके अलावा, जो शराब तस्करी या अवैध रूप से प्रदेश में पहुंची होगी, वह अलग है। सरकार के पास मौजूदा आंकडों के मुताबिक, इन पांच दिन में 16 करोड़ 94 लाख 37 हजार 600 रुपये का राजस्व अंग्रेजी शराब से, 11 करोड़ 60 लाख 10 हजार 905 रुपये की आय देसी शराब और एक करोड 22 लाख 34 हजार 288 रुपये की की बीयर बिक्री हुई।
सरकार ने दी थी छूट
हिमाचल सरकार ने नए साल के जश्न और होटल कारोबारियों को राहत देने के लिए पांच दिन के लिए 2 जनवरी तक ढाबों और होटलों को 24 घंटों खुले रखने की छूट दी थी। वहीं, हिमाचल प्रदेश में नए साल शिमला और मनाली में सबसे अधिक सैलानी आए हैं। हिल्सक्वीन शिमला में 24 से 31 दिसंबर के बीच करीब 6 लाख 50 हजार सैलानी पहुंचे थे। 8 दिन में एक लाख दस हजार पर्यटक वाहन शिमला पहुंचे थे।