भिलाई के दबंग सूदखोरों ने पिता के बीमार होने पर एक बेटी की मजबूरी का फायदा उठाकर उसे 30 प्रतिशत ब्याज पर उधार दिया।
तीन महीने में युवती ने उन्हें मूल धन के अलावा 4.27 लाख ब्याज दे दिया, इसके बाद भी वो लोग उससे रुपए मांग रहे थे।
उसने रुपए देने से मना किया तो वो उसका घर तोड़ने पहुंच गए। भट्ठी पुलिस सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज उनकी तलाश कर रही है।
भिलाई नगर सीएसपी निखिल राखेचा ने बताया कि सेक्टर 2 निवासी रेणुका सिंग (32 साल) ने इस संबंध में मामला दर्ज कराया है।
उसने बताया कि सितंबर 2022 महीने में उसके पिता की तबीयत काफी खराब हो गई थी। इसलिए उसने सुशील, शानू राय, अमर राय और रश्मि नायर से अलग-अलग समय पर 6.80 लाख रुपए उधार लिए थे। उन्होंने उसे यह रकम नगद व आनलाइन माध्यम से दिया था।
उन्होंने रेणुका को 10 दिन में 30 प्रतिशत ब्याज के हिसाब से कर्ज दिया था। रेणुका ने पिता के इलाज कराने के लिए ये कर्ज लिया था।
इसके बाद उसने तीन महीने के अंदर मूल धन 6.80 लाख रुपए के साथ ही 4.27 लाख रुपए ब्याज के रूप में उन्हें लौटाया।
इसके बाद वो लोग युवती को मूलधन और ब्याज देने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे। मजबूरी में आकर युवती ने भट्ठी थाने में उनके खिलाफ शिकायत की।
नहीं लौटा रहे थे युवती का कोरा चेक और स्टॉम्प
कर्ज देते समय आरोपियों ने रेणुका से हस्ताक्षर करवाकर कोरा चेक और कोरा स्टाम्प पेपर लिया था। युवती जब भी उनसे चेक और स्टांप मांगती तो वो लोग और रकम देने का दबाव बना रहे थे।
घर का दरवाजा तोड़कर ले गए स्कूटर
युवती ने पुलिस को बताया कि 23 दिसंबर को आरोपी उसकी मां के घर सेक्टर 2 गए और जोर-जोर से चिल्लाकर मूलधन व ब्याज की मांग करते रहे।
उनके डर से पीड़िता ने घर के सामने का दरवाजा बंद कर लिया था। आरोपी इतने दबंग थे कि उन्होंने घर के पीछे का दरवाजा तोड़कर घर में रखे स्कूटर को अपने साथ ले गये।
बड़ी मात्रा में कोरा स्टांप और चेक किया गया जब्त
पीड़िता की शिकायत पर भट्ठी पुलिस ने आरोपी सुशील कुमार खंडागडे़, श्रद्धा खण्डागड़े, अमर रॉय, शानू रॉय और रश्मि नायर के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।
पुलिस ने जब आरोपियों के घर की तलाशी ली तो उनके कब्जे से 17 कोरा हस्ताक्षरित स्टाम्प पेपर, 9 हस्ताक्षरित बैक चेक और 95 प्रॉमेसरी नोट जब्त किया है।