चुनावी रणनीतिकार और कांग्रेस नेता सुनील कानूगोलू (Sunil Kanugolu) मुसीबत में फंसते दिख रहे हैं। हैदराबाद की साइबर क्राइम पुलिस (Cybercrime Poice) ने कांग्रेस नेता सुनील कानूगोलू (Sunil Kanugolu News) को नोटिस जारी किया है और पेश होने को कहा है। सुनील कानूगोलू को जनप्रतिनिधियों और राजनेताओं की छेड़छाड़ की गई तस्वीरों के साथ वीडियो बनाने के लिए नोटिस दिया है।
अंग्रेजी वेबसाइट डेक्कन क्रोनिकल की खबर के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि सुनील कानूगोलू के फरार होने के बाद गाचीबोवली में सुनील कानूगोलू माइंडशेयर यूनाइटेड फाउंडेशन कार्यालय में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लू रवि को नोटिस सौंपा गया है। नोटिस में कानूगोलू को व्यक्तिगत रूप से पेश होने और 30 दिसंबर तक साइबर क्राइम सेल को स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है। पुलिस ने सुनील को मुख्यमंत्री के। चंद्रशेखर राव और सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के खिलाफ कथित अपमानजनक पोस्ट को लेकर दर्ज मामलों में मुख्य आरोपी के रूप में नामजद किया है।
दरअसल, 13 दिसंबर को पुलिस ने गाचीबोवली कार्यालय पर छापा मारा था और इस दौरान लैपटॉप व मोबाइल फोन जब्त किए थे। इतना ही नहीं, तीन कर्मचारियों- श्री प्रताप मंडा, इशान शर्मा और शशांक थातिनेनी- को नोटिस जारी किया था। आरोप है कि इन्होंने कथित तौर पर ‘तेलंगाना गैलम’ के हैंडल के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो पोस्ट किए थे। फेक वीडियो शेयर करने के संबंध में मार्केट, रामगोपालपेट, चंद्रायनगुट्टा और अंबरपेट पुलिस स्टेशनों में मामले दर्ज किए गए थे।
कौन हैं सुनील कानूगोलू
सुनील कानूगोलू कांग्रेस नेता के साथ-साथ चुनावी रणनीतिकार भी हैं। वह प्रशांत किशोर के पूर्व सहयोगी रह चुके हैं। ऐसा कहा जाता है कि सुनील अंग्रेजी, हिंदी, कन्नड़, तेलुगू, तमिल, मलयालम और गुजराती समेत कुल 6 भाषा बोलते हैं। ऐसा कहा जाता है कि कांग्रेस के मिशन 2024 के लिए रणनीति बनाने वालों में सुनील कानूगोलु भी शामिल हैं। कहा जाता है कि दक्षिण भारत में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को सफल बनाने में 39 वर्षीय सुनील का भी हाथ है।