नागौर राजस्थान (Rajasthan) में कोर्ट परिसर के बाहर एक शख्स की गोली मारकर हत्या (Murder) करने के मास्टरमाइंड समेत पांच आरोपियों को स्पेशल सेल (Special cell) ने गिरफ्तार किया है।
इनमें से एक आरोपी नाबालिग है। इनकी पहचान दीपक, अनूप दवा, जय भगवान सिंह, अक्षय बालियान के रूप में हुई है।
गैंग का सरगना दीपक नागौर राजस्थान में कोर्ट परिसर के बाहर संदीप सेठी के मर्डर केस में वांछित था।
इसके अलावा हरियाणा में दर्ज तीन आपराधिक मामलों में कोर्ट द्वारा उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका था।
आरोपियों के पास से आठ पिस्टल, 28 कारतूस और दो मैगजीन बरामद की गई है।
स्पेशल सेल के डीसीपी मनीषी चंद्रा के मुताबिक, 19 सितंबर को संदीप बिश्नोई उर्फ सेठी की नागौर राजस्थान में जिला कोर्ट के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, वहीं चार अन्य लोग इस घटना में जख्मी हो गए थे।
मृतक का भी पुराना आपराधिक रिकॉर्ड था जो एक केस के सिलसिले में पेशी के लिए कोर्ट आया था। इस वारदात से एक हफ्ते पहले ही एक हत्या केस में संदीप नागौर जेल से जमानत पर बाहर आया था।
इस वारदात के बाद दीप्ती गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। संदीप बिश्नोई और दीप्ती गैंग के बीच साल 2007 से दुश्मनी चल रही थी।
दीप्ती का नजदीकी दोस्त संदीप गोदारा और संदीप बिश्नोई के बीच हिसार में जाट कॉलेज में पढ़ाई के वक्त से आपसी रंजिश चल रही थी, जिस कारण अब तक दोनों ओर से दर्जनभर लोग मारे जा चुके थे।
इस वारदात में शामिल रहे दीपक के बारे में मिले एक इनपुट्स के बाद नौ दिसंबर को उसे मजूनं का टीला इलाके से पकड़ा गया।
यहां से वह बस पकड़ नेपाल भागने की फिराक में था। इससे हुई पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने अनूप दवा, जय भगवान और नाबालिग को 16 दिसंबर को आनंद विहार बस ट्रमिनल से दबोचा।
चार दिन बाद अक्ष्य नाम के आरोपी को देहरादून उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया।
हालांकि दीपक कुमार हिसार हरियाणा का रहने वाला है। इस पर हरियाणा में सात और राजस्थान में एक हत्या का मामला दर्ज है।