चीन में जब कोरोना वायरस अपना कहर बरपा रहा है, भारत में संक्रमण की स्थिति काबू में बनी हुई है।
पिछले 24 घंटे के देश में दौरान कोरोनावायरस संक्रमण के 201 नए मामले दर्ज हुए हैं। इसी अवधि के दौरान183 लोगों ने संक्रमण को मात देने में सफलता पाई है।
भारत में कोरोना संक्रमण से ठीक होने वालों की कुल संख्या अब 4,41,42,791 पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आज सुबह 8 बजे जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना के सक्रिय मामलों संख्या अब 3,397 है, जो कुल केस का 0.01% है।
भारत में कोरोना रिकवरी रेट 98।8%, डेली पॉजिटिविटी रेट 0.15% और वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.14% है।
अब तक देश में कुल 90।97 करोड़ सैंपल की कोविड जांच हुई है। बीते 24 घंटे में 1,36,315 सैंपल्स का कोरोना टेस्ट किया गया है।
भारत में राष्ट्रव्यापी कोरोना टीकाकरण के अंतर्गत अब तक वैक्सीन के कुल 220।04 करोड़ डोज लगाए जा चुके हैं। इसमें 95.12 करोड़ सेकेंड डोज और 22.36 करोड़ बूस्टर डोज के भी शामिल हैं।
चीन में कोरोना से हालात बेकाबू हो गए हैं। ब्लूमबर्ग ने चीन की नेशनल हेल्थ कमीशन के हवाले से बताया है कि गत मंगलवार को यहां एक दिन में 3 करोड़ 70 लाख नए केस सामने आए थे।
हालांकि, सरकारी आंकड़ों में इस दिन सिर्फ 3 हजार केस ही बताए गए। इस रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में इस महीने के शुरुआती 20 दिनों में 24 करोड़ 80 लाख लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
इसके पहले जनवरी में एक दिन में 40 लाख कोरोना मरीज मिले थे। चीन और वहां की कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली वाली ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें दिख रहा है कि सड़कों पर रस्सी बांधकर लोगों को ड्रिप चढ़ाई जा रही है।
अस्पतालों में बेड की कमी की वजह से, सड़कों पर ही लोगों का इलाज करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि शुक्रवार को भी एक ऐसी ही तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें चीन के एक क्लासरूम में पढ़ाई के वक्त भी बच्चों को ड्रिप लगी थी।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में कोरोना के कारण लगातार मौतें हो रही हैं, लेकिन वहां की सरकार आधिकारिक आंकड़े नहीं जारी कर रही है।
शवों को कंटेनर में स्टोर किया जा रहा है। बीजिंग के सबसे बड़े श्मशान में 24 घंटे अंतिम संस्कार हो रहे हैं।
लोग गाड़ियों में शवों को लेकर श्मशानों के बाहर लंबी कतारों में खड़े हैं। चीन में खांसी, सर्दी, जुकाम की दवाईयों की भारी कमी हो गई है।
ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) के मुताबिक, यहां लोग ऑनलाइन ही एंटी कोविड ड्रग सर्च कर रहे हैं।
यहां भारत में बनी जेनरिक एंटी वायरल दवा की डिमांड बहुत है। चीन में फैल रहा BF।7 वेरिएंट भारत समेत दुनिया के 91 देशों में पहुंच गया है। स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, यह वेरिएंट पिछले 2 वर्षों से मौजूद है।
हालांकि, अन्य देशों में यह इतना खतरनाक नहीं साबित हुआ है, जितना चीन में। विशेषज्ञ इसके पीछे चीन की ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ और कम वैक्सीनेशन कवरेज को बड़ा कारण मान रहे हैं।
चीन ने अपने नागरिकों को जो स्वदेशी वैक्सीन लगाई है, वह BF।7 वेरिएंट के खिलाफ बेअसर साबित होती दिख रही है।