सैयद जावेद हुसैन (सह संपादक- छत्तीसगढ़):
भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता आज भाजयुमो जिलाध्यक्ष व अन्य कार्यकर्ताओं पर हुई एफआईआर के विरोध में कोतवाली गिरफ्तारी देने पहुंचे थे।
जहां पर उनकी गिरफ्तारी नही ली गई। इस दौरान गांधी मैदान में भाजपाइयों ने जमकर राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ भड़ास निकाली।
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री समेत अन्य केबिनेट मंत्रियों के पुतला दहन के मामले में भाजयुमो जिलाध्यक्ष समेत उनके साथियों पर एफआईआर दर्ज की गई है, जो कि कांग्रेसी नेताओं द्वारा कोतवाली घेराव के बाद की गई।
जिसके विरोध में शुक्रवार दोपहर को भाजयुमो कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में स्थानीय मकई चौक से गांधी मैदान पहुंचे, और जमकर नारेबाजी करते हुए अपनी भड़ास निकाली और अपनी गिरफ्तारी देने की मांग की, उनकी गिरफ्तारी तो नही ली गई, वे एसडीएम को ज्ञापन सौंप वापस लौट गए।
इस बारे में डीएसपी सारिका वैध ने बताया कि भाजयुमो कार्यकर्ता गिरफ्तारी देने कोतवाली थाना पहुंचे थे, उनकी गिरफ्तारी नही ली गई है, साथ ही पूरे मामले में जांच जारी है, आगे उचित कार्यवाही की जाएगी।
बहरहाल राजनीतिक खींचतान यहां ज़ोरों से जारी है तो एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी किए जा रहे हैं।
गांधी मैदान में बिखरी पड़ी रहीं ख़ाली बोतलें!
दरअसल भाजयुमो कोतवाली थाने में गिरफ्तारी देने आई थी, इस दौरान लगभग 2 घंटे तक वे कोतवाली के सामने गांधी मैदान में पुलिस व सरकार के खिलाफ आंदोलित नजर आए।
इन तमाम कार्यकर्ताओं के लिए युवा मोर्चा द्वारा पानी की बोतलें भी लाई गई थीं, जिन्हे पीकर वे मैदान में ही फेंकते नजर आए, और आंदोलन के बाद वे लौट गए।
मैदान खाली होने के बाद पुलिस कर्मियों समेत अन्य लोगों में ये चर्चा हो रही थी कि जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता को लेकर हमेशा गंभीर रहते हैं, देश को स्वच्छता के लिए प्रेरित भी करते हैं, ऐसे में उन्ही की पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा इस तरह से कचरा फैलाना शोभा नही देता।