प्रदेश की राजधानी रायपुर के बाद अब दुर्ग जिले में भी ट्रैफिक पुलिस ई-डिवाइस मशीन से चालान काटेगी।
अब शहर सहित जिलेभर में वाहनों की फोटो खींचकर ई-डिवाइस मशीन से चालान काटा जाएगा।
यह व्यवस्था गुरुवार 22 दिसंबर से दुर्ग जिले में शुरू हो गई है। ट्रैफिक पुलिस ने पहला चालान रिसाली निवासी शैलेष कुमार बनर्जी का सीट बेल्ट न लगाने पर 500 रुपए का काटा।
इस बारे में जानकारी देते हुए एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि अगर कोई दोपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट या मोबाइल पर बात करता हुआ मिला तो पुलिस सीधे ई-डिवाइस मिशन से पहले फोटो खींचेगी और फिर उसका चालान करेगी।
इस मशीन से बड़ा फायदा यातायात पुलिस और वाहन चालक दोनों को होगा। यह मशीन ऑनलाइन सिस्टम से जुड़ी होगी।
इससे वाहन मालिक चालान का भुगतान भी एटीएम या डेबिट कार्ड के जरिए तुरंत वहीं पर कर सकेगा। इतना ही नहीं पुलिस जितने रुपए का चालान बनाएगी मशीन से उसकी रसीद भी मिलेगी।
इस कारण पुलिस चालक से अधिक रुपए भी नहीं वसूल सकेगी। चालान काटने के बाद एएसआई या उससे ऊपर के रैंक का अधिकारी संबंधित वाहन चालक से मौके पर ही जुर्माना जमा करवा सकेगा।
यह ई-डिवाइस जिले के संबंधित थानों से सीधे कनेक्ट रहेगा। डिवाइस से रोजाना होने वाले चालान की जानकारी थाने के ऑनलाइन कंप्यूटर में दर्ज होगी।
दुर्ग एसपी ने गुरुवार को 35 ई डिवाइस मशीन ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों को बांटा। इसमें से 30 ट्रैफिक पुलिस को और 5 डिवाइस हाइवे में पड़ने वाले 5 थानों के थाना प्रभारियों को बांटी गई है।
जानिए क्या है ई-डिवाइस
यह एक एंड्रॉयड डिवाइस है। यह एसबीआई बैंक के द्वारा दी गई है। इसमें दो सिम, एक मैमोरी कार्ड का स्लॉट रहेगा।
वाईफाई व एंड्रॉयड मोबाइल के सभी सिस्टम इस मशीन में मौजूद हैं। डिवाइस में पेपर रोल भी लगा रहेगा, जो कि स्वाइप मशीन की तरह रसीद भी देगी।
मशीन के साइड में एटीएम या डेबिट कार्ड को स्वैप करने का सुविधा दी गई है। डिवाइस में एक जीबी रैम, आठ जीबी मैमोरी, 5.5 इंच की डिस्पले व पांच मेगापिक्सल का कैमरा लगा हुआ है।
डिवाइस में कैमरा मोबाइल की तरह पीछे लगा है। अगर कोई व्यक्ति मोबाइल पर बात कर रहा है तो पुलिस कर्मी फोटो खींचने के अलावा वीडियो तक बना सकता है।
ऐसे किया जाएगा इस डिवाइस का प्रयोग
ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी डिवाइस में वाहन का नंबर फीड करेगा।
नंबर डालते ही वाहन का रजिस्ट्रेशन और मालिक का नाम और पता सारा डिटेल्स आ जाएगा।
इतना ही नहीं डिवाइस यह भी बता देगी कि उस वाहन चालक ने इससे पहले कितनी बार यातायात नियमों का उल्लंघन किया है।