सैयद जावेद हुसैन, सह संपादक (छत्तीसगढ़):
धमतरी- जिले में दीपावली के बाद आने वाले पहले शुक्रवार से मेला-मड़ई का दौर शुरू हो जाता है।
इन मेला-मड़ई में ग्रामीण क्षेत्रों में खासा माहौल देखा जाता है, इसमें दूर दूर से ग्रामीण अपने रिश्तेदारों के घर पहुंच कर इसे एक त्यौहार के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
इन मेला-मड़इयों में खड़खड़िया फड़ में लाखों के दांव भी लगाए जाते हैं। ये सिलसिला पूरी रात चलता है।
इन दिनों विभिन्न गांवों में खड़खड़िया फड़ सजना शुरू हो चुका है, जिसमे हर फड़ में लाखों का वारा न्यारा किया जा रहा है।
इसके लिए बकायदा फड़ के संचालन के लिए कुछ लोगों की टीम होती है, जिसे हर गांव में होने वाली मड़ई की जानकारी होती है। ये टीमें प्रायः हर गांवों में जाकर फड़ संचालित करती है।
आपको बता दें कि खड़खडिया फड़ का संचालन मुख्यतः केरेगांव थाना क्षेत्र, दुगली थाना क्षेत्र, अर्जुनी थाना क्षेत्र के कुछ गांव के अलावा नगरी थाना क्षेत्र में दमदारी से किया जाता है।
यहां हम दमदारी की बात इसलिए कर रहे हैं कि फड़ संचालक खुद संबंधित थाने में जाकर एक निश्चित रकम में सेटिंग करता है, जिससे उस फड़ के आसपास पुलिस वाले नही फटकते, और दमदारी से फड़ का संचालन किया जाता है।
फड़ संचालकों ने तथाकथित पत्रकारों को भी दिया है न्यौता!
आपको बता दें कि इन फड़ों में चंद तथाकथित पत्रकार अपनी पत्रकारिता की धौंस दिखाकर फड़ संचालकों से वसूली करते हैं।
ग्रामीण सूत्र से जानकारी मिली है कि आगामी दिनों में संचालित होने वाले फड़ में उन तथाकथित पत्रकारों को न्यौता दिया गया है, वे तथाकथित पत्रकार 4-5 के झुंड में मौके पर जाते हैं, वहां अपना चेहरा दिखाकर सुबह होने का इंतजार करते हैं, फिर फड़ खत्म होने के बाद उन्हें उनकी नौकरी के एवज में ₹1000 प्रति व्यक्ति नवाजा जाता है।