रायपुर से हैदराबाद कॉरिडोर निर्माण की प्रक्रिया तो शुरू कर दी गई है।
लेकिन इस मामले में फिलहाल प्रशासन असमंजस में है। यहां अक्टूबर में गांवों के नाम सहित एक सूची कलेक्टर को भेजी गई थी।
इन गांवों में जमीन की खरीदी बिक्री पर रोक लगाने के लिए कहा गया था। जबकि नियमत: इन गांवों के खसरों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1956 की धारा 3(ए) के तहत पूरी सूची प्रशासन को दी जानी चाहिए।
ऐसा नहीं किया गया है। इससे प्रशासन जहां असमंजस में है वहीं भू-माफियाओं ने जमीन के सौदे शुरू कर दिए हैं।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने भारत माला परियोजना के तहत रायपुर-हैदराबाद कॉरीडोर बनाने पत्र जारी किया था।
कलेक्टरों को 80 गांवों की सूची भेजी गई। राजनांदगांव, डोंगरगांव, छुरिया, मोहला व अंबागढ़ चौकी ब्लॉक के इन 80 गांवों में जमीन की खरीदी-बिक्री के साथ नामांतरण व डायवर्सन पर भी बैन लगाने कहा है।
4 गुना मुआवजे का लालच
एनएचएआई ने भू-अर्जन से पहले निर्देश जारी किया है कि कुछ तत्वों द्वारा भू-अर्जन राशि में वृद्धि के लिए बटांकन, व्यवसायिक परिवर्तन, गैर कृषि परिवर्तन, खरीद फरोख्त होगा तो वास्तविक भूस्वामी को हानि होगी।
इस वजह से गांवों में तत्काल प्रभाव से भूमि की खरीदी-बिक्री पर तत्काल बैन लगा दिया जाना चाहिए। इसके लिए कलेक्टर को निर्देश जारी करने कहा गया है।
त्रुटि सुधार की जा रही
टेड़ेसरा में नक्शा फिलहाल ऑनलाइन ही मौजूद है। प्रशासन के पास रखी मूल कॉपी खराब हो चुकी है। एक-दो मामलों में त्रुटि सुधार किया गया है।
ऑनलाइन और मूल नक्शे में काफी फर्क है। इस वजह से प्रशासन के लिए यहां का नक्शा बनाना एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है।
नक्शा दुरुस्त नहीं होगा तब तक भू-अर्जन की प्रक्रिया भी अटक सकती है। इसके लिए प्रशासन को माथापच्ची करनी पड़ सकती है।
इन गांवों में भू-अर्जन
छुरिया में दैहान, घुपसाल, लाटमेटा, नरेठीटोला, सागर, कुमरदा, आमगांव, भंडारीभरदा, चांदो, मुचेदंड, कन्हारपुरी, देवरी, पांगरीकला, बेजराटोला, साल्हे, मनहोरा, अछोली और डोंगरगांव में खुर्सीटिकुल, मेहाद, करियाटोला, माथलडबरी, बेंदरकट्टा, दर्री, खुज्जी, बघमार, करेठी, भटगुना, नादिया, खुर्सीपार, भाखरी, श्रीवागहन पर निर्माण होना है।
प्रतिबंध नहीं लगा सकते
एनएचएआई से स्पष्ट रूप से खसरों की जानकारी मांगी गई है। पूरे गांव में जमीन की खरीदी-बिक्री, नामांतरण, बटांकन पर बैन नहीं लगाया जा सकता। इससे जन सामान्य को असुविधा होगी। अधिनियम के तहत खसरों के साथ प्रकाशन किया जाना चाहिए।
अरुण वर्मा, एसडीएम
इधर काण्डे और कोहका के बीच बनेगा टोल प्लाजा
मानपुर; छग व महाराष्ट्र को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 930 प्रोजेक्ट के अंतर्गत मानपुर-मोहला क्षेत्र के ग्राम काण्डे एवं कोहका के बीच टोल प्लाजा बनेगा।
यहां टोलिंग सिस्टम, स्कैनर मशीन लगेगी। इसमें गुजरने वाली सभी गाड़ियों का रिकॉर्ड रखा जाएगा। राजस्व विभाग की मंजूरी के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।
राजपत्र में प्रकाशन कर दावा- आपत्ति मंगाई गई है। नेशनल हाइवे के इंजीनियर वीके सोयम ने बताया कि पहले व दूसरे चरण में एनएच प्रोजेक्ट के तहत सड़क चौड़ीकरण प्रस्तावित है।
पहले व दूसरे चरण में एक-एक टोल प्लाजा बनेगा। जनवरी या फरवरी से टोल प्लाजा निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधीन सड़क आने के बाद चौड़ीकरण करने के अलावा टोल प्लाजा और अंडरपास बनाया जाता है।