समयबद्ध कार्य एवं पारदर्शी प्रशासन की दिशा में कार्य करें – धनंजय देवांगन
कोरबा/ जांजगीर-चांपा। जिले के प्रभारी सचिव और छत्तीसगढ़ शासन के गृह, आवास एवं पर्यावरण सचिव धनंजय देवांगन ने सोमवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की।
उन्होंने सभी अधिकारियों को कलेक्टर का अंग बताते हुए जिले के विकास हेतु समयबद्ध एवं पारदर्शी प्रशासन के दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने जांजगीर-चांपा जिले को मैदानी जिला बताते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, सुपोषण, रोजगार, की दिशा में बेहतर कार्य करते हुए
अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगो तक योजनाओं को पहंचाने और उनके जीवन स्तर में बदलाव लाने कहा। प्रभारी सचिव देवांगन ने मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात कार्यक्रम अभियान में बेहतर परफॉरमेंस पर जिले के कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा सहित अधिकारियों को बधाई भी दी।
कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में प्रभारी सचिव देवांगन ने धान खरीदी, धान उठाव, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, रीपा,
पैरादान, सुपोषण योजना, जाति प्रमाण पत्र वितरण, निर्माण कार्य, पीडीएस, राजस्व आदि की विस्तार से समीक्षा की। श्री देवांगन ने धान के उठाव और बारदाना की भी समीक्षा की।
बैठक में राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना अंतर्गत सभी जनपद सीईओ एवं तहसीलदारों को निर्देशित किया गया कि वे ग्राम पंचायतवार, ग्रामवार, पटवारी तथा सचिव के साथ बैठकर भूमिहीन हितग्राहियों को चिन्हाकित करें और पात्रतानुसार योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर सिन्हा ने प्रभारी सचिव द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत जिले के सभी अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन सुनिश्चित करने और समय पर कार्यालय में अपनी उपस्थिति प्रदान करने के निर्देश दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री एस पी वैद्य, सभी एसडीएम सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
जनदर्शन में शासकीय कर्मचारी पहुंचेगे तो होगी कार्रवाई
प्रभारी सचिव देवांगन ने कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत लेकर पहुंची शिक्षा विभाग की एक शासकीय अधिकारी पर कड़ी नाराजगी जतायी।
उन्होंने उक्त अधिकारी पर सिविल आचरण सहिंता के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। प्रभारी सचिव ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए
कि वे अपने अधीनस्थ कार्यालयों में अनुशासन सुनिश्चित करें।अधिकारी-कर्मचारी अपनी शिकायत अपने विभाग के उच्च अधिकारियों के समक्ष अपना आवेदन प्रस्तुत करें।