पहाड़ी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है।
मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण उत्तर भारत के मौसम में बदलाव होने के आसार जताए हैं।
आईएमडी के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते 9 और 10 दिसंबर को उपरोक्त राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
इसकी वजह से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश में शीतलहर का सितम देखने को भी मिल सकता है।
वहीं, दक्षिण भारत के राज्यों मे चक्रवात मंडौस के प्रभाव के कारण,बारिश से राहत मिलती नहीं दिख रही है।
तटीय तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में आज और कल भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।
वहीं दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के अलग-अलग इलाकों पर भी बादल जमकर बरसेंगे। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत में अभी पारा और लुढ़केगा।
जम्मू और कश्मीर, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कई इलाकों, हिमाचल प्रदेश व पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से -3।0 डिग्री सेल्सियस नीचे चल रहा है।
आंध्र प्रदेश मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान ‘मंडौस’ पिछले 06 घंटों में लगभग 12 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा है और 9 दिसंबर को बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर है।
यह चेन्नई से 320 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित है। चक्रवात पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और आज मध्यरात्रि के दौरान महाबलीपुरम, पुडुचेरी, श्रीहरिकोटा उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों को पार करेगा। इस दौरान इन क्षेत्रों में 85 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और बारिश होगी।
बिहार के कुछ हिस्सों और पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग हिस्सों में भी न्यूनतम तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया।
मध्य प्रदेश, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -3।0 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
उत्तर भारत के राज्यों हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भी अधिकतम तापमान सामान्य से -3।0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
तटीय तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में आज और कल भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। वहीं दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के अलग-अलग इलाकों पर भी बादल जमकर बरसेंगे।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
तमिलनाडु, पुडुचेरी, दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
इन्हीं इलाकों में शाम के समय 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की बात आईएमडी ने कही है।
मन्नार की खाड़ी के ऊपर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं के 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने के आसार हैं।
इस मौसमी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में समुद्र में नहीं उतरने की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो से तीन दिनों के दौरान असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में हल्के से मध्यम कोहरे छाने के आसार हैं।
अगले 2 दिनों के दौरान पूर्व और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई भारी बदलाव होने की संभावना नहीं है और बाद के 3 दिनों के दौरान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी।
देश के मैदानी इलाकों में चूरू (पश्चिम राजस्थान) में कल न्यूनतम तापमान 3।5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी दौरान देश भर में रत्नागिरी (कोंकण और गोवा) में अधिकतम तापमान 34।5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।