स्पैम कॉल्स से बचने के लिए Truecaller ऐप इस्तेमाल करने वाले लाखों यूजर्स के लिए अच्छी खबर है और इस ऐप में एक नया फीचर शामिल किया गया है।
नए फीचर को कंपनी ने डिजिटल गवर्मेंट डायरेक्टरी नाम दिया है। इस वर्चुअल डायरेक्टरी की मदद से पता चलेगा कि कॉल करने वाला वाकई किसी सरकारी विभाग से जुड़ा है या फिर स्कैमर है।
ट्रूकॉलर ने बताया है कि इन-ऐप गवर्मेंट डायरेक्टरी की मदद से 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 20 केंद्रीय मंत्रालयों से जुड़े नंबर्स अब वेरिफाइड किए जाएंगे और इनका ऐक्सेस आसानी से यूजर्स को मिलेगा।
कंपनी ने बताया है कि ये नंबर सीधे सरकारी और आधिकारिक सोर्स से जुटाए जाएंगे। सरकारी विभागों से जुड़ना भी इनकी मदद से आसान हो जाएगा।
सरकार से जुड़ना हो जाएगा आसान
कॉलर आइडेंटिफिकेशन ऐप को मिलने वाली डिजिटल डायरेक्टरी में मौजूद सरकारी विभागों के सभी नंबर्स का ऐक्सेस यूजर्स को आसानी से मिल जाएगा।
उम्मीद है कि इस तरह नागरिक बेहतर ढंग से सरकार से जुड़ पाएंगे। इस डायरेक्टरी में सरकारी विभाग के अधिकारियों के अलावा हेल्पलाइन्स, कानूनी एजेंसियों, दूतावासों, शैक्षणिक संस्थानों और अस्पतालों के नंबर भी होंगे।
यूजर्स को फ्रॉड से बचाने का तरीका
ट्रूकॉलर को उम्मीद है कि इस डायरेक्टरी के ऐप का हिस्सा बनने के बाद स्कैम्स, फ्रॉड और स्पैम में कमी आएगी।
कई बार स्कैमर्स आम लोगों को कॉल कर सरकारी विभागों से होने का दावा करते हैं और झूठ बोलकर या फिर डराकर जानकारी जुटा लेते हैं। ऐसे ढेरों स्कैम्स सामने आ चुके हैं, जिनमें किसी सरकारी विभाग का नाम इस्तेमाल किया जाता है।
अलग से दिखाया जाएगा वेरिफाइड नंबर
यूजर्स को किसी वेरिफाइड नंबर से कॉल आने की स्थिति में नंबर के पीछे हरा बैकग्राउंड और नंबर के बाद एक ब्लू टिक दिखेगा, जिससे पता चलेगा कि नंबर वेरिफाइड है और किसी सरकारी विभाग या आधिकारिक एजेंसी से ही कॉल किया गया है।
वहीं, कोई स्पैम कॉल होने की स्थिति में लाल रंग का बैकग्राउंड दिखाया जाता है।