राजू ठेहट के मर्डर के बाद चर्चा में लेडी डॉन अनुराधा चौधरी, क्यों कहते हैं इसे गैंगस्टरों की मास्टर माइंड…

राजस्थान में चलने वाली गैंगवार के बीच एक नाम ऐसा है जो बार-बार चर्चा में आता है। यह नाम है लेडी डॉन अनुराधा चौधरी (Lady Don Anuradha Chowdhary) का।

सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के बाद भी यह नाम फिर चर्चा में है। लेडी डॉन कभी राजस्थान के सबसे बड़े गैंगस्टर माने जाने वाले आनंदपाल की प्रेमिका (Anandpal’s girlfriend) रह चुकी है।

आनंदपाल के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद वह अब लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर काला जेठड़ी के साथ लिव इन रिलेशन में रह रही है।

जुर्म की दुनिया में उसे रिवाल्वर रानी के नाम से भी जाना जाता है। अनुराधा के खिलाफ अपहरण और फिरौती के दस मामले दर्ज हैं।

राजस्थान के शेखावाटी इलाके के सीकर के फतेहपुर के पास अलफसर गांव की रहने वाली अनुराधा का बचपन से सपना था कि किसी भी तरह से बड़ा बनना।

लेकिन बड़े का मतलब उसके लिए कोई अफसर बनाना नहीं था। केवल पैसा कमाना और नाम बड़ा करना करना था।

अनुराधा पढ़ाई में तेज थी। गांव में पढ़ाई के बाद फतेहपुर की चमड़िया कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। फिर मोदी कॉलेज से बीसीए यानी कंप्यूटर साईंस में डिग्री ली।

शेयर कारोबार में घाटा लगा तो अपनाया जुर्म का रास्ता
इस बीच उसने दीपक मिंज से शादी कर ली। शादी के बाद पति के साथ शेयर ट्रेडिंग का कारोबार किया। लेकिन उसका ये काम चौपट हो गया।

वे लाखों के कर्ज में डूब गए, पैसा लगाने वाले पैसा मांगने लगे। तब अनुराधा ने इनसे निपटने के लिए शेखावटी के गैंगस्टर बलबीर बानूड़ा से संपर्क किया।

बलबीर बानूड़ा तब तक राजस्थान की आनंदपाल गैंग का खास गैंगस्टर बन चुका था। बलबीर बानूड़ा ने अनुराधा को आनंदपाल से मिलवाया।

उसके बाद उसने अनुराधा से आनंदपाल गैंग में शामिल होने के लिए कहा। इस पर अनुराधा पति को छोड़कर 2013 में आनंदपाल गैंग में शामिल हो गई।

आनंदपाल को मॉर्डन डॉन बनाया
अनुराधा फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है। अनुराधा को चाल ढाल का मार्डन तरीका और मॉर्डन लिबास था। इस बीच अनुराधा और आनंदपाल में नजदीकी बढ़ने लग गईं।

कुछ ही समय में वह आनंदपाल गैंग की खास मेंबर बन गई। उसने देशी डॉन आनंदपाल को मॉर्डन डॉन बनाना शुरू कर दिया।

आनंदपाल भी जींस टी-शर्ट, हेट और स्टाइलिश चश्मे में नजर आने लगा। अंग्रेजी में डॉयलोग बोलने लगा। जेल से पेशी पर लाने के दौरान डॉन अंग्रेजी में मिडिया में बात करने लगा।

फिर गैंगस्टर आनंदपाल ने अपनी पूरी लाइफ स्टाइल ही बदल डाली। लेकिन अनुराधा का सिर्फ इतना सा काम नहीं था। देखते ही देखते अनुराधा आनंदपाल गैंग का ब्रेन बन गई।

फिरौती वसूलने की स्टाइल से लेकर गैंग का फाईनेंसियल मैनेजेंट अनुराधा संभालने लगी।

आनंदपाल की प्रेमिका और लिव इन पार्टनर बनी
फिरौती नहीं देने वालों से फिरौती वसूलने के लिए आनंदपाल गैंग के टार्चर के खौफनाक तरीके अनुराधा की ही देन थी। बदले में आनंदपाल ने अनुराधा को गैंगस्टर बनाने की ट्रेनिंग दी।

उसे एके 47 हथियार चलाना सिखाया। वह आनंदपाल की प्रेमिका और लिव इन पार्टनर भी बन गई थी। जल्द ही वह गैंग को निर्देश देने लगी।

आनंदपाल के जेल में रहने के दौरान वह गैंग को खुद चलाने लगी। वह फिरौती के लिए एके 47 से धमकाती थी।

2006 में जीवणराम गोदारा हत्याकांड के मुख्य गवाह प्रमोद चौधरी के भाई इंद्रचंद का 2014 में अनुराधा ने ही अपहरण किया था। वह उसे लेकर पुणे चली गई थी। वहां उसे एक फ्लैट में बंधक बनाकर रखा।

अनुराधा पर घोषित है बीस हजार का इनाम
अनुराधा की अपराध की दुनिया में बढ़ते दखल के बाद सीकर पुलिस ने उस पर पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।

नागौर की जिला अदालत ने 2016 में अनुराधा को एक मामले में 2 साल की सजा सुनाई थी। 2017 में पुलिस ने आनंदपाल को चूरू जिले के मालासर गांव में एकाउंटर कर मार गिराया।

उसके बाद आनंदपाल गैंग के गैंगस्टरों को पुलिस ने पकड़कर जेल में ठूंसना शुरू कर दिया। वहीं कुछ गैंगवार में मारे गए।

अनुराधा के खिलाफ अपहरण और फिरौती के दस मामले दर्ज हैं। वर्ष 2020 में राजस्थान सरकार ने उस पर बीस हजार का इनाम घोषित किया था।

गैंगस्टर काला जेठड़ी से मिलाया हाथ
उसके बाद अनुराधा वर्ष 2018 में लॉरेंस गैंग के संपर्क में आई। यहीं उसकी मुलाकात गैंगस्टर काला जेठड़ी से हुई। उसके बाद आनंदपाल गैंग को अनुराधा और काला झेठड़ी ने मिलकर चलाने लगे।

हालांकि इस बीच आनंदपाल गैंग दो हिस्सो में बंट गई। अनुराधा दिल्ली पहुंच गई। उसके बाद अनुराधा और काला जेठड़ी ने लॉरेंस गैंग के साथ मिलकर फिर से अपहरण और फिरौती का काला कारोबार शुरू कर दिया।

लेकिन इस बार यह काम केवल राजस्थान ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी शुरू किया गया।

काला झेठड़ी के साथ लिव इन में है
अनुराधा बीते ढाई साल से काला झेठड़ी के साथ लिव इन में रह रही है। काला जेठड़ी ने उसे नया नाम दिया है रिवाल्वर रानी।

आनंदपाल गैंग में उसे मैडम मिंज कहकर बुलाया जाता था। लॉरेंस गैंग में भी वह पैसों के विदेशों में ट्रांसफर में अहम भूमिका निभाती है। लॉरेंस गैंग में इंटरनेट कॉल और नये तरीकों से पैसे ट्रांसफर करने का तरीका अनुराधा का ही है।

2021 में पकड़े जाने से पहले उसने काला जेठड़ी का भी हुलिया बदल दिया था। अनुराधा फरौती के लिए शिकार को फरार्टेदार अंग्रेजी बोलकर धमकाती है। अनुराधा के पिता सरकारी नौकरी में थे।

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