पंजाब और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से ड्रोन के जरिए भारत में ड्रग्स, हथियार और गोला-बारूद लाने की बढ़ती घटनाओं के बीच सेना ने बयान दिया कि वे पाकिस्तान से भेजे गए ड्रोन का मुकाबला करने की तैयारी कर रही है।
बीएसएफ ने इस साल अब तक रिकॉर्ड 16 ड्रोन मार गिराए हैं। अकेले पंजाब सीमा पर 7 से 8 ड्रोन गिराये जा चुके हैं। सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए बलों ने एक ड्रोन-विरोधी प्रणाली और गहन गश्त को अपनाया है।
भारतीय सेना के पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल नव कुमार खंडूरी ने शनिवार को कहा, “सीमा पार से भेजे गए ड्रोन का मुकाबला करने की तैयारी चल रही है। हाल ही में बीएसएफ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पंजाब के पास 7-8 ड्रोन को मार गिराया गया। उनके पास से नशीला पदार्थ और अन्य चीजें बरामद की हैं।”
खंडूरी भारतीय सेना द्वारा आयोजित 6वें मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान एएनआई से बात कर रहे थे, जहां विभिन्न प्रकार के हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई थी।
बीएसएफ ने इस साल अब तक रिकॉर्ड 16 ड्रोन मार गिराए हैं और सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए बल ने एक ड्रोन-विरोधी प्रणाली और गहन गश्त को अपनाया है।
सीमा पर कुछ उपाय काफी कारगर
वार्षिक प्रेस ब्रीफिंग के मौके पर एएनआई से बात करते हुए बीएसएफ के महानिदेशक पंकज सिंह ने पहले कहा था कि बल ने अभी तक ड्रोन के मोर्चे पर पूरी तरह से सफलता हासिल नहीं की है, लेकिन बल द्वारा अपनाए गए तीन-चार उपायों के कारण इस साल बड़ी उपलब्धियां हासिल हुई हैं।
बीएसएफ डीजी ने कहा, “जैसा कि हम ड्रोन के मामले में सीमा पर नई चुनौती देखते हैं, अगर हम इस मुद्दे के बारे में एक बार में बात करते हैं तो हमें अभी तक उस स्तर पर सफलता नहीं मिली है। इसलिए हमने तीन-चार तरीके आजमाए हैं और यह बहुत अच्छा दे रहा है।”
पाक सीमा पर ड्रोन रोधी प्रणालियां विकसित
पंकज सिंह ने कहा, “हमने कुछ विशिष्ट स्थानों (भारत-पाकिस्तान सीमा के साथ) पर कुछ ड्रोन-रोधी प्रणालियाँ स्थापित की हैं।
चूंकि सीमा बहुत चौड़ी है, सभी स्थानों पर एक ड्रोन-विरोधी प्रणाली स्थापित नहीं की जा सकती है। यह प्रणाली एक से अधिक स्थानों पर एक-एक करके स्थापित की जाएगी।”
इसके अलावा, सिंह ने कहा कि बीएसएफ ने तीन-चार किलोमीटर की गहराई से गश्त शुरू कर दी है ताकि इन ड्रोनों द्वारा गिराए गए अवैध सामानों को उठाने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को पकड़ा जा सके।
चीनी ड्रोन के सवालों पर क्या बोले बीएसएफ डीजी
यह पूछे जाने पर कि क्या बीएसएफ द्वारा मार गिराए गए ड्रोन चीनी हैं या स्थानीय रूप से निर्मित हैं, सिंह ने कहा कि ड्रोन बाजार में उपलब्ध हैं, इसलिए कोई भी इन्हें खरीद सकता है।
सिंह ने कहा कि बड़े ड्रोन का इस्तेमाल भारी मात्रा में ड्रग्स या हथियार और गोला-बारूद की तस्करी के लिए किया जाता है। दो दिन पहले बीएसएफ द्वारा मार गिराए गए बड़े ड्रोनों का उदाहरण देते हुए कहा कि वे ड्रोन “स्थानीय स्तर” पर निर्मित किए गए थे।