छत्तीसगढ़ के भिलाई में कुछ युवकों ने कार को रुकवा कर उसमें बैठे तीन युवकों को चाकू की नोक पर किडनैप कर लिया।
किडनैपर्स के चंगुल से दो युवक तो भाग गए, लेकिन एक नहीं भाग पाया। इसके बाद किडनैपर्स उसी कार में उसे लेकर पूरी रात घूमते रहे। उन्होंने फिरौती मांगी।
जब फिरौती देने में देरी हुई तो उन्होंने युवक की जांघ में चाकू गोदकर उसे घायल कर दिया।
उन्होंने कहा कि यदि फिरौती नहीं मिली तो वो उसे जान से मार देंगे। सुपेला पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन आरोपी फरार है।
सुपेला टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया कि पुराना बिजली ऑफिस कोहका निवासी शैलेन्द्र कुमार वर्मा (24वर्ष) ने 30 नवंबर की रात किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज कराई।
उसने बताया कि वो अपनी कार से अपने साथी मनीष बन्सोड़ के साथ दूसरे दोस्त दिनेश को छोड़ने राजनांदगांव जा रहा था।
तीनों लोग कोहका मॉल रोड होते हुए जा रहे थे। जैसे ही वो फरीद नगर मैदान के पास पहुंचे, पीछे से दो बाइक में सवार 5 युवक आए।
उन्होंने कार को रुकने का इशारा किया। वो लोग समझ नहीं पाए। जैसे ही कार रोकी तो बाइक में बैठा एक लड़का कार की चाबी को निकाल लिया।
शैलेंद्र ने इसका विरोध किया तो बाइक में बैठा दूसरा लड़का उतरा और उसकी गर्दन में चाकू रख दिया। इसके बाद चाकू लगाकर वह उसे कार में बैठने बोला। कार को बाइक सवार दूसरा युवक ड्राइव करने लगा।
तीनों को किडनैप करके कार सड़क से कुछ दूर पर फरीद नगर मैदान की तरफ ले गए। वहां कार रोककर उन लोगों ने मारपीट शुरू की।
इसी दौरान मौका देखकर मनीष और दिनेश वहां से भाग गए। शैलेंद्र को उन लोगों ने पकड़ लिया। उन्होंने शैलेंद्र से रुपए की मांग की।
जब शैलेंद्र ने रुपए देने में देरी की तो एक लड़के ने चाकू उसके दाहिने पैर की जांघ में घोंप दिया। इसके बाद उसका मुंह दबाकर उसे कार में घुमाते रहे।
देर रात उसे बैकुंठ धाम कैंप की तरफ ले गए। इसी दौरान पुलिस का सायरन सुनकर वह लोग वहां से भाग गए। इसके बाद शैलेंद्र के रिश्तेदारों ने उसे अस्पताल पहुंचाया और थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने श्रवण बंगाली, नरेश यादव, वेंकट, आकाश बंजारे और रतन गुप्ता के खिलाफ धारा 120बी, 294, 323, 341, 364, 506(बी) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
सुपेला पुलिस ने आरोपी श्रवण और रतन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं नरेश यादव, वेंकट और आकाश बंजारे की तलाश जारी है।
दोस्त से मांगी 50 हजार रुपए की फिरौती
मनीष और दिनेश इतने डर गए कि वो वहां से भाग गए। देर रात शैलेंद्र के फोन पर उसके दोस्त हसरत ने फोन किया। इस पर आरोपियों ने फोन उठाया।
उन्होंने बताया कि शैलेंद्र का किडनैप हो गया है। वह लोग उसे तब छोड़ेंगे जब 50 हजार रुपए लाकर दोगे। उन्होंने धमकी भी दी कि यदि फिरौती नहीं दी तो वो लोग उसे उड़ीसा ले जाकर मार देंगे।
पुलिस का सायरन सुनकर भागे किडनैपर
शैलेंद्र ने बताया कि वह लोग उसे घायल हालत में ही मारते हुए कार से 18 नंबर रोड की तरफ ले गए। इसी दौरान उन्हें एक पुलिस वैन सायरन बजाते हुए उनकी ओर आती दिखी।
वह लोग डर गए और वहां से भाग खड़े हुए। इसके बाद शैलेंद्र ने फोन करके अपने जीजा को बुलाया। इसके बाद उसे सुपेला अस्पताल ले जाया गया। वहां से उसे जिला अस्पताल दुर्ग रेफर किया गया है।