अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत को अमेरिका का मजबूत साझेदार बताया है।
उन्होंने शुक्रवार को कहा कि वह भारत की जी-20 की अध्यक्षता के दौरान अपने मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करने के लिए उत्सुक हैं।
बाइडेन ने कहा, ‘भारत अमेरिका का एक मजबूत साझेदार है और मैं भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करने के लिए उत्सुक हूं।’
भारत की जी 20 की अध्यक्षता का कार्यकाल आधिकारिक तौर पर गुरुवार को शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के विषय से प्रेरित होकर एकता को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा।
उन्होंने कहा कि देश आतंक, जलवायु परिवर्तन और महामारी को सबसे बड़ी चुनौतियों के तौर पर सूचीबद्ध करेगा जिनका एकसाथ मिलकर बेहतर तरीके से मुकाबला किया जा सकता है।
‘समावेशी और निर्णायक होगा जी-20 एजेंडा’
प्रधानमंत्री ने लेख में कहा कि भारत का जी-20 एजेंडा समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई उन्मुख और निर्णायक होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी रेखांकित किया कि दोनों देश जलवायु, ऊर्जा और खाद्य संकट जैसी साझा चुनौतियों से निपटते हुए सतत और समावेशी विकास को आगे बढ़ाएंगे।
मालूम हो कि राष्ट्र/सरकार के प्रमुखों के स्तर पर अगला जी-20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में आयोजित होने वाला है।
‘अहम घटना होगी जी-20 में भारत की अध्यक्षता’
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा है कि जी-20 में भारत की अध्यक्षता उसके इतिहास की महत्वपूर्ण घटना होगी।
उन्होंने कहा कि देश सर्व कल्याण के लिए व्यावहारिक वैश्विक समाधान खोजने में अहम भूमिका निभाना चाहता है। कंबोज ने कहा कि भारत दोनों अध्यक्ष पद (इस महीने के लिए सुरक्षा परिषद की और अगले साल के लिए जी-20 की) को नई जिम्मेदारी के रूप में देखता है।
दिसंबर के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष कंबोज ने कहा कि हम इसके लिए पूरी कोशिश करेंगे कि वैश्विक समुदाय की उम्मीदें पूरी हों।