हरियाणा में पंचायत चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं।
ज़िलों की सरकारों के गठन को लेकर हुये ज़िला पार्षदों के चुनावों की रविवार को मतगणना हुई।
भिवानी में मतगणना शांतिपूर्वक हुई, 22 में से ज़्यादातर पार्षद बीजेपी समर्थक चुने गए, लेकिन चेयरपर्सन के सशक्त दावेदार धराशाही हो गए।
यहाँ जेजेपी के ज़िला प्रधान विजय गोठड़ा की पत्नी और भाजपा समर्थक पाले गुर्जर की पुत्रवधू पार्षद चुनाव हार गई।
दरअसव, भिवानी ज़िला के 7 ब्लॉकों में 22 पार्षदों के लिए 30 अक्टूबर को पहले चरण में मतदान हुआ था।
रविवार को भारी सुरक्षा के बीच सातों ब्लॉकों में मतगणना शुरू हुई। दोपहर तक सभी के नतीजे आ गए, जिसमें ज़्यादा भाजपा समर्थ पार्षदों ने जीत दर्ज की।
ख़ास बात ये रही कि इन चुनावों में जनता ने दिग्गजों को धराशाही कर छोटे कार्यकर्ताओं व साधारण लोगों के सिर पर ताज पहनाया है।
ज़िला में चेयरपर्सन के दो सशक्त उम्मीदवार माने जाने रहे थे, जो दोनों हार गए। इनमें जेजेपी के ज़िला प्रधान विजय गोठड़ा की पुत्रवधू व भाजपा समर्थक पाले गुर्जर की पुत्रवधू शामिल हैं।
विजेता पार्षदों के समर्थकों ने नाच गा कर ख़ुशी मनाई। शहर में विजय जुलूस निकाला गया। डीजे पर थाप पर समर्थकों ने रंग गुलाल उड़ा कर जीत का इज़हार किया।
विजेता पार्षदों को खुली गाड़ियों में बैठा कर घुमाया गया।
वार्ड नंबर 6 से विजेता पार्षद अभिषेक व वार्ड नंबर चार से विजेता पार्षद रूपेन्द्र ने बताया कि वो अपने सभी गाँवों का समान विकास करेंगे।
गाँव के विकास के लिए वो हमेशा तत्तपर रहेंगे। वो ये नहीं देखेंगे कि किसने वोट दिये या किसने नहीं। वहीं, अभिषेक ने बताया कि वो भाजपा के समर्थन से जीते हैं, जिसमें सबसे बड़ा योगदान कृषि मंत्री जेपी दलाल का है।
ड्यूटी पर तैनात इंस्पेक्टर रमेश चन्द्र ने बताया कि ज़िला में ज़िला परिषद का चुनाव की मतगणना शांतिपूर्वक संपन्न हुई है।
कहीं कोई गड़बड़ी या तनाव का माहौल नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि शिक्षा बोर्ड में मतगणना केन्द्र पर 250 के क़रीब पुलिस बल तैनात रहा।