केरल में अडाणी बंदरगाह के निर्माण के विरोध में लातिन कैथोलिक चर्च की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने विझिंजम थाने पर हमला कर दिया।
इस हमले में 29 पुलिसकर्मी घायल हो गए और पुलिस की कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने थाने को लाठी व पत्थरों से निशाना बनाया और पुलिस अधिकारियों पर हमला किया। दरअसल, 26 नवंबर को हुए हिंसक प्रदर्शन के मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया था और कई को हिरासत में लिया था।
पुलिस की विशेष शाखा के अधिकारी ने बताया कि 29 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं और उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
क्षेत्र की मौजूदा संवेदनशील स्थिति को देखते हुए केरल सरकार ने अन्य जिलों से अधिक पुलिस अधिकारियों को तैनात किया है।
प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय चैनल ‘एसीवी’ के कैमरामैन शेरिफ एम जॉन पर हमला किया। उन्होंने उनका कैमरा क्षतिग्रस्त कर दिया और मोबाइल फोन छीन लिया। उन्हें तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
15 पादरियों के खिलाफ दर्ज की गई थी FIR
जिला प्रशासन ने चर्च के अधिकारियों के साथ शांति वार्ता शुरू की है और इसके प्रतिनिधि फादर परेरा ने कहा कि चर्च शांति बनाए रखना चाहता है।
उन्होंने कहा कि हम प्रदर्शनकारियों से बात करेंगे। मैं शांतिपूर्ण तरीके से मामले को सुलझाने के लिए यहां आया हूं।
इससे पहले दिन में राज्य पुलिस ने शनिवार को विझिंजम में हुई हिंसा को लेकर शहर के आर्कबिशप थॉमस जे नेटो और परेरा सहित लातिन कैथोलिक के 15 पादरियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
विझिंजम क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
टेलीविजन चैनलों ने विझिंजम पुलिस थाने में तोड़फोड़ के साथ ही पुलिस वैन और जीप सहित पलटे हुए वाहनों के दृश्य प्रसारित किए।
जिला कलेक्टर, शहर के पुलिस आयुक्त और उप-कलेक्टर सहित सीनियर अधिकारियों ने कोवलम एनीमेशन सेंटर में प्रदर्शनकारियों के साथ आज सुलह बैठक बुलाई है।
बैठक के बाद चर्च के अधिकारियों और सरकारी अधिकारियों के मीडिया से बात करने की उम्मीद है। पुलिस ने विझिंजम क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।