जगदलपुर : न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं व समाज प्रमुखों ने मनाया संविधान दिवस
जगदलपुर। संविधान दिवस के अवसर पर शनिवार को न्यायालय परिसर में संविधान संदर्शन संघ व जिला अधिवक्ता संघ जगदलपुर के नेतृत्व में संविधान व विधि के शासन का प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में व्यापक स्तर पर जागरण करने को लेकर अधिवक्ता, संस्था व समाज प्रमुख न्यायालय परिसर से शहर के मुख्य मार्ग पर साथ-साथ पदयात्रा कर शहीद स्मारक पहुंचकर मुंबई आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
संविधान दिवस के आयोजन में जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक उपाध्याय एवं न्यायाधीश मनीष ठाकुर, निधि शर्मा, डीआर देवंगन, जगतनारायण पटेल एवं अन्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सहित अतिथियों ने भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम शुभारंभ किया गया।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक उपाध्याय ने भारत के संविधान की उद्देशिका का पठन अधिवक्ताओं व समाज प्रमुखों के साथ किया। तत्पश्चात जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष दिनेश पट्टजोशी ने समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए
कहा कि भारत का संविधान आज ही के दिन 1949 को अधिनियमित और अंगीकृत किया गया था। संविधान संदर्शन संघ के समन्वयक एल ईश्वर राव ने कहा कि संविधान व विधि के शासन का प्रभावी क्रियान्वयन के हेतु अधिवक्ता व समाज प्रमुख को मिलकर व्यापक स्तर पर जन जागरण करने सकल्पित होने की आवश्यकता है।
वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश पाणिग्राही ने कहा कि संविधान में भारत के लोगों को एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न पंथ निरपेक्ष लोकतंत्रात्म गणराज्य बनाये रखने का अधिकार देता है।
अधिवक्ता आनंद मोहन मिश्र ने कहा कि संविधान के निर्माण के 75 वर्षों बाद भी लोग अपने अधिकारों से वंचित है, हम सभी को मिलकर संविधान के मंशानुरूप उनके अधिकारों को दिलाने की आवश्यकता है।
सपन देवांगन ने कहा कि संविधान किसी भी देश का कानूनी दस्तावेज होता है। अवधेश झा ने कहा कि हमारे लिए खुशी की बात है कि डॉ. रामप्रसाद पोटाई बस्तर संभाग के कांकेर जिले के निवासी थे, वे भी भारतीय संविधान सभा के सदस्य थे। कार्यक्रम का संचालन नवीन ठाकुर ने किया एवं आभार प्रीति वानखेड़े ने किया।
इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण ठाकुर, संजय विश्वकर्मा, जयप्रकाश पाढ़ी, आरती दुआ, हेलेना मोजेस, संतोष जैन, पवन राजपूत, फातिमा राजपूत, अरूण दास, आनंद मिश्रा, नरेंद्र पाणिग्राही, अनिल सामंत, संजीव शर्मा, योगेश शुक्ला, दयाराम उमरवैश्य, अजय सिंह, कैलाश राठी एवं अधिवक्ता सहित समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।