भारतीय रेलवे आने वाली दो वंदेभारत एक्सप्रेस को दो अलग-अलग राज्यों में चलाने की तैयारी कर रहा है।
इन दोनों राज्यों में अभी तक वंदेभारत एक्सप्रेस नहीं चली है। इसलिए यहां चलाने का प्लान है। मौजूदा समय पांच वंदेभारत का सफल संचालन हो रहा है।
रेलवे मंत्रालय के अनुसार दिसंबर तक अगली वंदेभारत एक्सप्रेस के ट्रैक पर आने की संभावना है। हालांकि नई वंदेभारत एक्सप्रेस के रूट को लेकर अभी तक मंत्रालय की ओर फैसला नहीं लिया गया है।
रेलवे मंत्रालय के अनुसार वंदेभारत एक्सप्रेस का निर्माण आईसीएफ चेन्नई में तेजी से किया जा रहा है। संभावना है कि दो वंदेभारत जल्द तैयार हो जाएंगी।
इनमें से एक वंदेभारत तेलंगाना और दूसरी बिहार में चलाई जा सकती है। अभी तक इन दोनों राज्यों में वंदेभारत एक्सप्रेस नहीं चली है।
मंत्रालय इन राज्यों को उन रूटों पर चलाएगा, जिन पर यात्रियों की संख्या अधिक होगी। रूट पर मंथन जारी है।
देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन यानी वंदे भारत एक्सप्रेस वर्तमान में पांच रूटों पर चल रही है। पहली वंदेभारत नई दिल्ली-वाराणसी के बची चली।
दूसरी नई दिल्ली-श्री वैष्णो देवी माता, कटरा तीसरी गांधीनगर से मुंबई, चौथी नई दिल्ली से अंब अंदौरा स्टेशन हिमाचल और पांचवीं चेन्नई-मैसूरू के बीच चल रही है, जो दक्षिण भारत की पहली वंदेभारत है।
जानें खासियत
नई वंदे भारत एक्सप्रेस हल्की है और मात्र 52 सेकंड में 100 किमी की रफ्तार पकड़ सकती है। फिलहाल, सभी वंदे भारत ट्रेनें पूरी तरह से वातानुकुलित हैं और उनमें स्वचालित दरवाजे हैं।
वंदे भारत ट्रेन के चेयर को 180 डिग्री तक रोटेट किया जा सकता है। ट्रेन में जीपीएस आधारित इंफॉर्मेशन सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम टॉयलेट हैं।
इसमें पावर बैकअप की भी व्यवस्था है। यह ट्रेन सुरक्षा कवच से लैस है। सफर के दौरान यात्री खुद को सुरक्षित महसूस करें, इसका पूरा ध्यान रखा गया है।
इसमें पुश बटन स्टॉप की सुविधा भी दी गई है। किसी भी आपात स्थिति में ट्रेन को एक बटन दबाकर रोका जा सकता है।