हिमाचल प्रदेश के मेडिकल उपकरण कारोबारी महेंद्र टंडन से धोखाधड़ी हो गई।
उनके खाते से करीब 1.11 करोड़ रुपए दूसरे खातों में ट्रांसफर किया गया है।
इस मामले स्टेट बैंक गंजपारा के तत्कालीन मैनेजर सहित अन्य के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया है।
पुलिस ने मामले में आरोपियों के नामों का खुलासा नहीं किया है। आरोपी फरार बताए गए हैं।
आरोप है कि बिना महेंद्र टंडन की अनुमति के 7 चेक के माध्यम से दो अलग-अलग बैंक खातों में राशि ट्रांसफर की गई।
व्यापारी ने ट्रांजिक्शन और स्टेटमेंट को लेकर जानकारी मांगी, लेकिन बैंक प्रबंधन ने उपलब्ध नहीं कराई। धोखाधड़ी के लिए ठगों ने व्यवसायी के अकाउंट खोलने के लिए जमा दस्तावेजों का उपयोग करके एक अन्य बोगस खाता भी खोला।
पार्टनरशिप फर्म खाते से राशि की गई ट्रांसफर
पुलिस के मुताबिक व्यवसायी मूलत: हिमाचल प्रदेश के सोलन के झारमाजरी का निवासी है।
उसका मेडिकल उपकरण बनाने का काम है। वर्ष 2016-17 में उसकी कंपनी मेडिकल उपकरण छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कारपोरेशन को भी किया था।
इसी वजह से उसने गंजपारा स्थित स्टेट बैंक में खाता खुलवाया। कंपनी में कारोबारी का बेटा विपुल और पत्नी रोमा पार्टनर हैं।
5 चेक के जरिए निकाली गई राशि गुरिंदर नाम के व्यक्ति ने कैश कराया। जबकि बाकी रकम मयंक बाफना के नाम से कैश कराया गया।
इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। बहरहाल आरोपी फरार है। उनकी पतासाजी की जा रही है।
जून 2019 में की पहली शिकायत, पत्राचार भी
व्यवसायी महेंद्र के मुताबिक 30 जून 2019 को उसके बैंक अकाउंट से सबसे पहले 84 लाख रुपए ट्रांसफर किया गया। इसकी जानकारी लगने के बाद उसे बैंक से पत्राचार करना शुरू कर दिया था।
उसे पता चला कि उसके बैंक अकाउंट से बिना सहमति के खाता क्रमांक 38503165518 में ट्रांसफर कर दिया गया।
व्यापारी के मुताबिक उसके खाते से लिए बैंक में जमा किए गए निजी दस्तावेजों के उपयोग करके फर्जी अकाउंट खोल लिया गया था।
उक्त बोगस खाते को बंद करके पैसा वापस उसके अकाउंट में जमा करने के लिए बैंक प्रबंधन को पत्र लिखा।
जून महीने में ही बैंक ने बोगस खाते में 9 लाख, फिर 6.45 लाख, 5 चेक के माध्यम से 42.19 लाख, दो चेक के जरिए 50.31 और 19.18 लाख रुपए ट्रांसफर कर लिए।