उत्तर प्रदेश में शिवनगरी से मशहूर वाराणसी में आज से एक महीने तक मिनी तमिलनाडु की झलक देखने को मिलेगी, क्योंकि शनिवार को ‘काशी तमिल संगमम’ का आगाज होने जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी 19 नवंबर को वाराणसी में महीने भर चलने वाले ‘काशी तमिल संगमम’ का उद्घाटन करेंगे। शिक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
इस आयोजन में तमिलनाडु के अलग-अलग जिलों से 2500 डेलिगेट्स काशी आएंगे।
शिक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘काशी तमिल संगमम’ का आयोजन 17 नवंबर से 16 दिसंबर तक वाराणसी (काशी) में किया जाएगा।
इसका उद्देश्य देश के दो सबसे महत्वपूर्ण और प्राचीन ज्ञान केंद्रों- तमिलनाडु एवं काशी के बीच सदियों पुरानी कड़ियों को फिर से तलाशना और उनका उत्सव मनाना है।
इतना ही नहीं, इस कार्यक्रम का उद्देश्य वाराणसी और तमिलनाडु के बीच सांस्कृतिक और पारंपरिक संबंधों को पुनर्जीवित करना भी है।
‘काशी तमिल संगमम’ का आयोजन शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अन्य मंत्रालयों जैसे कि संस्कृति, वस्त्र, रेल, पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण, सूचना व प्रसारण मंत्रालयों और उत्तर प्रदेश सरकार और आईआईटी मद्रास समेत बीएचयू के सहयोग से किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री के काशी दौरे से पहले केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इस कार्यक्रम के लिए वाराणसी में इसकी तैयारियों की समीक्षा की थी।
उन्होंने ‘काशी तमिल संगमम’ का सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए रेल मंत्री, तमिलनाडु के राज्यपाल, उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों और अन्य प्रमुख हितधारकों के साथ बैठकें कीं।
इस आयोजन का उद्देश्य इन दोनों ही क्षेत्रों के विद्वानों, छात्रों, दार्शनिकों, व्यापारियों, कारीगरों, कलाकारों और जीवन के अन्य क्षेत्रों के लोगों को एकजुट होने, अपने ज्ञान, संस्कृति व सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने का अवसर प्रदान करना है।
मंत्रालय के अनुसार, इस विशिष्ट आयोजन के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-मद्रास और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) दो कार्यान्वयन एजेंसियां हैं।
बताया गया कि छात्र, शिक्षक, साहित्य, संस्कृति, शिल्प, अध्यात्म, विरासत, व्यवसाय, उद्यमी, पेशेवर आदि सहित 12 श्रेणियों के तहत तमिलनाडु के 2,500 से अधिक प्रतिनिधि वाराणसी के आठ दिवसीय दौरे पर जाएंगे।
इसके तहत 200 छात्रों के प्रतिनिधियों के पहले समूह ने 17 नवंबर को चेन्नई से अपना दौरा शुरू किया।
वाराणसी के डीएम एस राजलिंगम ने बताया कि इस एक महीनें के आयोजन में दोनों राज्यों के संस्कृति, कला का समागम है जिसमें 12 ग्रूप में करीब 2500 मेहमान तमिलनाडु से काशी आएंगे।
इनमें शिक्षक, छात्र, विद्वान, कलाकार, किसान शामिल होंगे।