झारखंड के जमशेदपुर में चक्रधरपुर में हिंदूवादी युवा नेता और गिरिराज सेना प्रमुख कमलदेव गिरी की हत्या मामले में एसआईटी का गठन किया गया है।
आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं, हत्या के बाद शहर में तनाव को देखते हुए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं।
घटना को लेकर ‘पश्चिमी सिंहभूम जिला के पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर ने कहा कि कमलदेव गिरि हत्याकांड में SIT का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व चाईबासा सदर के डीएसपी करेंगे।
इस मामले की पूरी छानबीन की जा रही है। एसपी ने कहा कि जल्द ही खुलाशा किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि FCL की टीम घटना स्थल का निरीक्षण किया है। वहां से तथ्य जुटाए गए हैं।
साथ ही चक्रधरपुर शहर का माहौल को देखते हुए सीआरपीएफ, रेफ, जिला पुलिस और जेप के जवानों को तैनात किया गया है।
उन्होंने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान ना दें। अगर किसी प्रकार की सूचना मिलती है, तो प्रशासन को जानकारी दें।
एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि कमलदेव गिरि ने सुरक्षा का आवेदन दिया था या नहीं, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। इसकी जांच की जाएगी।
क्या है मामला
दरअसल, झारखंड के जमशेदपुर में बीते शनिवार को चक्रधरपुर में हिंदूवादी युवा नेता और गिरिराज सेना प्रमुख कमलदेव गिरी की हत्या कर दी गई थी।
बदमाशों ने उन पर बम से हमला किया था। घटना के बाद शहर की तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए शहर में प्रशासन ने धारा 144 लगानी पड़ी थी।घटना के बाद कमलदेव गिरी के समर्थकों ने घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने उनके शव के साथ शहर के पवन चौक में एनएच मुख्य सड़क को घंटों जाम कर दिया था।
कब किया गया हमला
शनिवार शाम कमलदेव गिरी अपने एक साथी के साथ मोटरसाइकिल से भारत भव चौक पहुंचे थे। उसी समय पीछे से अपराधियों ने उन पर बम फेंक दिया था।
बता दें कि 30 वर्षीय कमलदेव गिरी बजरंग दल से जुड़े हुए थे और गिरीराज सेना नामक अपना एक संगठना बना रखा था।
हिन्दू विचारधारा से प्रभावित कमलदेव गिरी सोमवार को केन्द्रीय मंत्री के समक्ष भाजपा जॉइन करने वाले थे। साथ ही चक्रधरपुर नगर परिशद के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे।