1.44 हेक्टेयर में बनेगा सर्व सुविधायुक्त स्टेडियम
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने उज्जैन प्रवास के दौरान आज नगर निगम उज्जैन द्वारा प्रस्तावित दशहरा मैदान स्टेडियम का भूमिपूजन किया और इस बहुप्रतिक्षित निर्माण के प्रारंभ होने पर नगरवासियों को शुभकामनाएं दी।
शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल सुश्री उइके ने इस सार्थक पहल के लिए मध्यप्रदेश सरकार और नगर निगम उज्जैन को शुभकामनाएं दी।
राज्यपाल ने कहा कि स्टेडियम का निर्माण न केवल युवाओं की खेल क्षमता को बढ़ाने में सहायक होगा बल्कि खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों की एकजुटता का भी एक बड़ा केंद्र बनेगा।
उन्होंने कहा कि शहर में अन्य जरूरी अधोसंरचनाओं की तरह खेल के लिए भी एक समर्पित स्थान होना बहुत जरूरी है। उज्जैनवासियों के लिए स्टेडियम इस कमी को दूर करेगा।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि बच्चे, युवा विद्यार्थी और खेल प्रेमियों के लिए यह स्थान मनोरंजन का केंद्र बनेगा। साथ ही खिलाड़ी सतत् अभ्यास के माध्यम से अपनी खेल प्रतिभा और क्षमता निखारने में अपनी ऊर्जा का सदुपयोग कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने खेल को शासन की प्राथमिकताओं में शामिल किया है। इसके लिए अधोसंरचना के विकास के साथ-साथ खिलाड़ियों को उत्कृष्ट सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
खेल और खिलाड़ियों के हित में लिए गए निर्णयों के कारण ही पिछले कुछ वर्षों में भारत के अनेकों खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित प्रतिस्पर्धाओं में सफलता हासिल की है।
खेलो इंडिया की पहल से पिछले कुछ वर्षों में भारतीय युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने के लिए एक नया मंच मिला है।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि मैं हमेशा युवाओं से संवाद करती रहती हूं और उनसे कहती हूं कि उनकी ऊर्जा ही देश की सबसे बड़ी शक्ति है।
युवा जिस भी क्षेत्र में कार्य करें, उन्हें अपनी ऊर्जा का सदुपयोग राष्ट्रहित में करना चाहिए और यह बात खिलाड़ियों के लिए भी लागू होती है।
जब खिलाड़ी अपना बेहतर प्रदर्शन कर देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने का कार्य करते हैं, तो देश को नई पहचान मिलती है।
भारत के युवाओं में क्षमता का अभाव नहीं है बस हमें अधिक से अधिक अवसर सृजित कर युवाओं को साथ जोड़ने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि मैं अत्यंत गर्वित महसूस करती हूं, जब हमारी बेटियां देश के लिए पदक या कोई अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा जीत कर आती है।
इसलिए हमें खेल के क्षेत्र में भी बेटे-बेटियों के फर्क को दूर करना होगा और उन्हें समान अवसर उपलब्ध करवाने होंगे। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को पुरुष क्रिकेट खिलाड़ियों के समान मैच फीस देने के हाल ही में लिए गए ऐतिहासिक निर्णय की मैं खूब सराहना करती हूं।
हमें हर तरीके से असमानताओं को दूर करना होगा, बेटियों की प्रतिभा को अवसर मिले तो वे समाज और देश को सदैव गौरवान्वित करेंगे।
राज्यपाल ने इस दौरान उज्जैन के स्वर्णिम इतिहास का भी उल्लेख किया और पुनः स्टेडियम के लिए शुभकामनाएं देते हुए संबोधन का अंत किया।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, उज्जैन लोकसभा के सांसद अनिल फिरोजिया, उज्जैन के विधायक पारस जैन, नगर निगम उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम आयुक्त सहित बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।