दादरी जिला के गांव कारी रुपादास में सरपंच पद की महिला उम्मीदवार का सात वर्षीय बेटे सहित संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने का मामला सामने आया है।
परिजन पुलिस को शिकायत देकर तलाश करने में जुटे हुए हैं। लेकिन खबर लिखे जाने तक महिला का कोई सुराग नहीं मिल पाया था।
दरअसल, सरपंच पद के लिए चरखी दादरी जिले के बाढड़ा खंड में 12 नंवबर को मतदान होना है और गांव में निर्मला सहित पांच उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। सरपंच उम्मीदवार का एकाएक लापता होना कई सवाल खड़े कर रहा है।
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार 31 वर्षीय निर्मला छह नवंबर को महेंद्रगढ़ में सीईटी की परीक्षा देने के बाद सीधे हिसार जिले के हांसी के समीप अपने मायके गांव ढाणा खुर्द पहुंची थी और सात नवंबर को अपने मायके से सात वर्षीय बेटे कुंज के साथ वापिस ससुराल गांव कारी रुपादास आ रही थी।
वह अपने मायके से हांसी जाने के लिए एक ऑटो में सवार हुई थी जो उसके गांव का ही बताया जा रहा है।
परिजनों के अनुसार, आटो चालक ने उसे हांसी बस स्टैंड पर छोड़ दिया था। उसके बाद से उसके बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया है और फोन स्विच ऑफ आ रहा है।
देर शाम तक घर नहीं पहुचने पर परिजनों ने बाढड़ा पुलिस थाने में इसकी सूचना दी लेकिन मामला हांसी का होने के कारण बाढड़ा थाना पुलिस ने हांसी पुलिस को इसकी शिकायत दर्ज करवाने की सलाह दी गई, जिसके बाद से निर्मला का पति मुकेश व अन्य ग्रामीण हांसी पहुंचे हैं।
जहां उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर सरपंच पद प्रत्याशी निर्मला की तलाश करने की मांग की है।
बीडीसी का भी लड़ चुकी हैं चुनाव
कारी रुपादास की सरपंच पद उम्मीदवार निर्मला ने अपना नामांकन दाखिल किया है। उसके अनुसार वह इससे पहले बीडीसी का चुनाव भी लड़ चुकी है।
वर्तमान में वह पंचायत चुनाव के दौरान गांव में सरपंच पद के लिए दांवेदारी पेश कर रही हैं।
बीसीए वर्ग से संबंध रखने वाली निर्मला के अलावा गांव में एक और महिला बीसीए वर्ग से, दो महिला सामान्य वर्ग से व एक महिला एससी वर्ग से चुनावी मैदान में है।