ब्रिटेन का पहला हिंदू प्रधानमंत्री होना बेहद खास है।
यह बात ऋषि सुनक ने अपने एक हालिया इंटरव्यू में कही है।
सुनक के मुताबिक उनका प्रधानमंत्री बनना ब्रिटेन की बहुआयामी संस्कृति को दर्शाता है।
इसके साथ ही सुनक ने दीवाली से जुड़ी अपनी यादों पर भी बोला है।
सुनक ने यह भी कहा कि बीते महीने जब प्रधानमंत्री पद की दौड़ में उनका नाम आया तो उन्होंने बोरिस जॉनसन के लिए रास्ता खाली करने से इंकार कर दिया था।
प्रधानमंत्री बनने के बाद सुनक का यह पहला बड़ा इंटरव्यू है।
देश को चलाने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति
42 साल के सुनक ने यह भी कहा कि वह देश को चलाने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।
इसके साथ ही ऋषि सुनक का मानना है कि ब्रिटेन जिस तरह की महंगाई और आर्थिक परेशानियों से गुजर रहा है, उसमें उनका वित्तमंत्री का अनुभव काम आएगा।
सुनक ने खुद के प्रधानमंत्री बनने पर कहा यह वास्तव में बहुत अच्छा रहा। लोगों के लिए यह बहुत मायने रखता है।
गौरतलब है कि सुनक की बगावत के चलते ही बोरिस जॉनसन को ब्रिटिश प्रधानमंत्री का पद छोड़ना था। इसके बाद लिज ट्रस कुछ दिनों के लिए पीएम बनी थीं, लेकिन बाद में उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया था।
दीवाली को लेकर कही यह बात
इस इंटरव्यू में सुनक ने अपने दीवाली सेलिब्रेशन को भी याद किया। उन्होंने कहा कि एक चांसलर के तौर पर मैं दीवाली के मौके पर डाउनिंग स्ट्रीट की सीढ़ियों पर दिए जला पाया।
बता दें कि दीवाली के दौरान ही सुनक ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री का पद संभाला था। उन्होंने कहा कि इससे हमारे देश के बारे में एक बड़ा संदेश गया।
उम्मीद है कि देश के लिए यह एक गर्व का विषय होगा। गौरतलब है कि ऋषि सुनक का भारत से रिश्ता रहा है।