छत्तीसगढ़ के कोरबा के एक आंगनबाड़ी केंद्र में एक मासूम बच्चे की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है।
अचानक मौत होने के बाद गांव में हड़कंप मच गया, मृतक के परिजन बच्चे को जीवित समझकर जिला अस्पताल लेकर पहुचे जहाँ डॉक्टर ने जांच कर मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव का पंचनामा कार्रवाई करते हुए परिजनों का बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, करतला थाना क्षेत्र ग्राम सलिहाभाटा में जितेंद्र दिवाकर का परिवार निवास करता है।
पत्नी गुलशन दिवाकर और उसके दो बच्चों हैं। एक 6 माह का छोटा बेटा और 5 साल का बड़ा बेटा भावेश दिवाकर हैं।
शनिवार की सुबह 12 बजे लगभग रोज की तरह आंगनबाड़ी जाने के लिए भावेश अपने दोस्तों के साथ घर से निकला।
उसके बाद आंगनबाड़ी पहुंचते उसकी मौत हो गई, घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। परिजनों से जिंदा समझ निजी वहां से जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिय।
छत्तीसगढ़ के कोरबा के एक आंगनबाड़ी केंद्र में एक मासूम बच्चे की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है।
अचानक मौत होने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। मृतक के परिजन बच्चे को जीवित समझकर जिला अस्पताल लेकर पहुचे जहाँ डॉक्टर ने जांच कर मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव का पंचनामा कार्रवाई करते हुए परिजनों का बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, करतला थाना क्षेत्र ग्राम सलिहाभाटा में जितेंद्र दिवाकर का परिवार निवास करता है।
पत्नी गुलशन दिवाकर और उसके दो बच्चों हैं। एक 6 माह का छोटा बेटा और 5 साल का बड़ा बेटा भावेश दिवाकर हैं।
शनिवार की सुबह 12 बजे लगभग रोज की तरह आंगनबाड़ी जाने के लिए भावेश अपने दोस्तों के साथ घर से निकला।
उसके बाद आंगनबाड़ी पहुंचते उसकी मौत हो गई, घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। परिजनों से जिंदा समझ निजी वहां से जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिय।
जिला अस्पताल चौकी प्रभारी रविंद्र कुमार जनार्दन ने बताया कि जिला अस्पताल से मिले में मेमो के आधार पर बच्चे का शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।
परिजनों का बयान दर्ज कर जांच के लिए संबंधित करतला थाना को डायरी भेजा जाएगा। पीएम रिपोर्ट में ही मौत के कारण का पता चल सकेगा।