हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सीवी आनंद ने कहा कि अमेरिकी विश्वविद्यालय से एमबीए कर रहे 22 वर्षीय छात्र को हैदराबाद में ड्रग्स (गांजे) से युक्त चॉकलेट बनाने और आपूर्ति करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
आरोपी की पहचान ऋषि संजय मेहता के रूप में हुई है, इसके माता-पिता की हैदराबाद में एक फार्मा कंपनी है और काफी धनी परिवार से है।
जब माता-पिता घर से बाहर होते थे, तो वह हैश ऑयल के साथ कच्ची चॉकलेट पकाता था और चॉकलेट बार तैयार करता था। 18 से 22 साल के युवा उसके ग्राहक थे।
वह सोशल मीडिया व्हाट्स ऐप, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट के माध्यम से विज्ञापन और ग्राहकों के साथ बात करता था।
पुलिस आयुक्त ने कहा, “हम शर्मिंदा नहीं करना चाहते, हम उसे पुनर्वास के लिए रखेंगे। माता-पिता को अपने बच्चों को ध्यान से देखना चाहिए। मोबाइल फोन पर उनकी गतिविधियों की निगरानी करनी चाहिए। ऋषि को कॉलेज के दिनों से ड्रग्स की आदत थी। पहले उसने ई-सिगरेट बेचा, फिर ब्राउनी बेचा और अब गांजे वाली चॉकलेट बार बेच रहा था। वह 4 किलो रॉ चॉकलेट लाता था और उसमें 40 ग्राम हैश ऑयल मिलाकर अलग-अलग फ्लेवर के चॉकलेट बनाता था।”
पुलिस आयुक्त ने कहा, “उसने इस बार 60 बार बनाए थे। प्रत्येक 5000 रुपये से 10,000 रुपये तक की कीमत के थे। बच्चे 2500-3000 रुपये में एक टुकड़ा खरीदते थे और 6-7 घंटे के लिए नशे में रहते थे।
इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, व्हाट्स ऐप पर ‘खाद्य उपलब्ध है’, इनका कोड वर्ड था। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि युवा, नकद या GOOGLE पे द्वारा भुगतान करते थे और UBER या रैपिडो द्वारा डिलीवरी का आदेश देते थे।
ऋषि के माता-पिता की फार्मा कंपनी है।
जब उन्हें ऋषि के बारे में बताया गया तो वे चौंक गए। हम माता-पिता को बार-बार कह रहे हैं, अपने बच्चों को ध्यान से देखें। नाबालिगों को फोन न दें। कृपया देखें कि वे क्या कर रहे हैं।”
सीवी आनंद ने कहा, “स्नैपचैट 25 सेकंड में हटा दिया जाता है। इसे एन्क्रिप्ट किया गया है, एजेंसियां इस तक नहीं पहुंच सकती हैं। बच्चों के सेल फोन पर नजर रखें। घर पर, पढ़ाई पर ध्यान दें।
पार्टियों में भेजने से पहले देखें कौन इसकी मेजबानी कर रहा है? किस तरह की भीड़ है? बारीकी से देखें।
हम पुनर्वसन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। अगर हर कोई सहयोग करता है, तो हम हैदराबाद को नशा मुक्त शहर बना सकते हैं।