राज्योत्सव में समाज कल्याण विभाग के कलाकार बता रहे नशा का दुष्परिणाम, नशा छोड़ योग अपनाने की दे रहे सीख।
नशा मुक्ति के लिए भारत माता वाहिनी और नशा मुक्ति केन्द्रों का हो रहा संचालन।
राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में राज्योत्सव देखने आए लोगों के पैर ‘नशे की लत छोड़ोे बाबूजी…..नशा खराब चीज है‘ सुनकर एक बारगी ठिठक जाते हैं।
समाज कल्याण विभाग के स्टॉल में कला पथक दल के कलाकारों द्वारा किये जा रहे मनोरंजक ढंग से किये जा रहे अनुरोध को सुनकर स्कूली बच्चों, महिलाओं से लेकर बड़े-बूढ़े तक एक बारगी बात सुनने ठहर जाते हैं।
ये कलाकार गा-बजाकर और अपने रोचक अभिनय से सहज ही लोगों को नशे के दुष्परिण बता रहे हैं।
इसे बच्चों से लेकर बड़ों तक खूब पसंद किया जा रहा है। समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया भी स्टॉल निरीक्षण में पहुंची और उन्होंने कलाकारों की हौसला अफजाई की।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शराब व्यसन मुक्ति अभियान के अंतर्गत 2060 भारत माता वाहिनी गठित की गई है और 07 नशा मुक्ति केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है।
भारत माता विहिनी के माध्यम से गांव-गांव में प्रचार-प्रसार कर लोगों को व्यसन मुक्त स्वस्थ जीवन शैली के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मुख्य कलाकार संतोष चंद्राकर के साथ रमेश कुमार ठाकुर,संदीप कुलदीप और दुर्याधन साहू समाज कल्याण विभाग की बुजुर्गों, दिव्यांगों और तृतीय लिंग के समुदाय के सदस्यों के लिए संचालित योजनाओं को रोचक ढंग से लोगों तक पहुंचा रहे हैं।
चंद्राकर ने बताया कि लगभग 33 वर्षों से वह लोगों के बीच योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। रोचक और मनोरंजक ढंग से बात कहने से लोगों के अंदर कब सीख चली जाती है,उन्हें पता भी नहीं चलता और इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं।
वे लोग नशाबंदी के खिलाफ प्रचार करतेे हैं, और स्वस्थ जीवन चर्या के लिए लोगों से योग को अपनाने की अपील करते हैं।
वे लोगों को बताते हैं कि समाज कल्याण विभाग द्वारा नशामुक्ति केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है, जहां जाकर एक महीने में नशे की लत छोड़ सकते हैं।