भारत ने द। कोरिया के साथ बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर गहरी चिंता जताई है। वित्त वर्ष 2021-22 में यह घाटा बढ़कर 9।5 अरब डॉलर हो गया।
वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि भारत और दक्षिण कोरिया के बीच समग्र आर्थिक भागीदारी समझौते को अद्यतन किए जाने से संबंधित नौंवें दौर की बैठक में व्यापार घाटा का मुद्दा उठा। यह बैठक तीन-चार नवंबर को कोरिया की राजधानी सोल में संपन्न हुई।
दोनों देशों ने इस समझौते को एक-दूसरे के लिए फायदेमंद बनाने की जरूरत पर बल देते हुए अग्रोन्मुखी एवं परिणामोन्मुखी रवैया अपनाने की बात कही।
इस दौरान सेवाओं, उत्पादों, निवेश जैसे मुद्दों पर गठित उप-समूहों ने गहन चर्चा की।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, “भारत ने कोरिया के साथ बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर गहरी चिंता जताई और बाजार पहुंच मुहैया कराने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। दोनों ही पक्षों ने शुल्क एवं गैर-शुल्क अवरोधों को दूर करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई।”