सैयद जावेद हुसैन (सह संपादक- छत्तीसगढ़): धमतरी- कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी को सहस्त्रबाहु की जयंती मनाई जाती है, जिसे देश सहित छत्तीसगढ़ के हर इलाकों में कलार समाज द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
इसी कड़ी में धमतरी के ग्राम डोड़की में सहस्त्र बाहु भगवान की जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें शामिल होने विधायक रंजना साहू पहुंची, और वहीं विधायक निधि से नव निर्मित शेड का भी लोकार्पण किया।
कार्यक्रम में समाजजन को संबोधित करते हुए विधायक श्रीमती साहू ने कहा भगवान सहस्त्रबाहु का साम्राज्य पूरे भारत वर्ष में रहा और पिछड़ी जाति के अराध्यदेव कार्त्तवीर्यार्जुन ने अपनी आराधना से भगवान दत्तात्रेय को प्रसन्न किया था।
भगवान दत्तात्रेय ने युद्ध के समय सहस्त्रार्जुन को हजार हाथों का बल प्राप्त करने का वरदान भी दिया था इसलिए उन्हें सहस्त्रबाहु अर्जुन के नाम से भी जाना जाता है।
महाभारत, वेद ग्रंथों तथा कई पुराणों में सहस्त्रबाहु की कई कथाएं पाई जाती हैं। भगवान सहस्त्रबाहु को वैसे तो सम्पूर्ण सनातनी हिन्दू समाज अपना आराध्य और पूज्य मानकर इनकी जयंती पर इनकी पूजन अर्चन करता हैं किन्तु कलार समाज इस दिन को विशेष रूप से उत्सव-पर्व के रूप में मनाकर भगवान सहस्त्रबाहु की आराधना करता हैं।
भगवान सहस्त्रबाहु ने धर्म के रक्षार्थ अनेक ऐसे कार्य किये और पिछड़े समाज के उत्थान एवं धार्मिक मानदंडों को स्थापित करने वाले भगवान सहस्त्रबाहु सभी के लिए पूज्यनीय हैं।
सिन्हा समाज मंडलेश्वर संतोष सिन्हा ने कहा कि 52 गांव मे से ग्राम डोड़की में ही सर्वप्रथम सहस्त्रबाहु जयंती मनाने की परंपरा शुरू हुई और यह परंपरा आज जी विद्यमान है।
सिंहा समाज की एकता में एक मिसाल कायम की है डोड़की के सिन्हा समाज ने, साथ ही समाज के विभिन्न क्षेत्रों के निर्माण कार्यों में विधायक का सहयोग सराहनीय रहा है उन्होंने सदैव कलार सिन्हा समाज के लिए विभिन्न ग्रामों में लाखों के निर्माण कार्यों की स्वीकृति दी हैं समस्त कलार सिंहा समाज की ओर से हमारे समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए सधन्यवाद आभार प्रकट किया।
सांसद प्रतिनिधि के अलावा जनपद सदस्य मनीषा साहू ने सर्व सहयोग से समाज का उद्धार करने की बात कहते हुए समाज के विकास में सभी को सहयोग करने की बात कही।
इस अवसर पर सरपंच प्रदीप सिन्हा, अमित जायसवाल, पूर्व जनपद अध्यक्ष प्रियंका सिन्हा, रामकुमार सिन्हा, उपसरपंच दिनेश्वरी बघेल, रामकिशन सिन्हा, मानिक सिन्हा, ममता सिन्हा, नीलू रजक, तरुण गजेंद्र, रोहित सिन्हा, रामजी सिन्हा, पुनाराम सिन्हा, आनंदराम सिन्हा, जानकी सिन्हा, राम बाई सिन्हा, पुष्पा सिन्हा, अमरिका सिन्हा, रामप्यारी सिन्हा सहित बड़ी संख्या में समाजिक पदाधिकारीगण बंधुजन उपस्थित रहे।