प्रवीण नंगिस (ज्योतिष सलाहकार): कार्तिक मास की अमवस्या तिथि को दीवाली का त्योहार मनाया जाता है।
हर साल इस तिथि को दीवाली का पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। दिवाली हिंदुओं के सबसे बड़े पर्वों में से एक है।
यही कारण है कि इसके शुभ मुहूर्त (Diwali Shubh Muhurat) को जानने की इच्छा हर किसी को होती है।
दरअसल दीवाली के दिन मां लक्ष्मी की भी पूजा (Lakshmi Puja Muhurat) होती है। ऐसे में इस दिन के मुहूर्त का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है।
ऐसे में चलिए जानते हैं कि साल 2022 में दीवाली कब है (diwali kab hai) और दिन का पंचांग और चौघड़िया मुहूर्त (Diwalii Panchang 2022) क्या है।
दीवाली 2022 निशिता काल का मुहूर्त | Diwali 2022 Nishita Kaal Muhurat
दीवाली पर्व पर निशिता काल के मुहूर्त का खास महत्व है। शास्त्रों में यह समय मां लक्ष्मी की पूजा के लिए श्रेष्ठ बताया गया है। निशिता काल 24 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 24 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 16 मिनट तक है। ऐसे में आप दिन दौरान मां लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं।
दीवाली 2022 प्रदोष काल और वृषभ काल | Diwali 2022 Pradosh Kaal and Vrishabha Kaal
पंचांग के अनुसार, दीवाली के दिन प्रदोष काल शाम 5 बजकर 43 मिनट से शुरू हो रहा है। वहीं प्रदोष काल का समापन रात 8 बजकर 16 मिनट पर होगा। इसके अलावा इस दिन वृषभ काल शाम 6 बजकर 54 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 50 मिनट तक है।
दीवाली 2022 चौघड़िया मुहूर्त | Diwali 2022 Choghadiya Muhurat
पूजा पाठ में चौघड़िया मुहूर्त का खास महत्व होता है। ऐसे में दीवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा के लिए भी चौघड़िया मुहूर्त को देखना जरूरी होता है। हर दिन का चौघड़िया मुहूर्त अलग-अलग होता है। इस बार दीवाली सोमवार को यानी आज है। ऐसे में इस दिन के स्वामी ग्रह चंद्र देव हैं और अमृत चौघड़िया मुहूर्त है। इस मुहूर्त में पूजा-पाठ संपन्न करना शुभ होता है। इसके अलावा इस मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा भी विशेष फलदायी साबित होती है। दीवाली के दिन चौघड़िया मुहूर्त शाम 5 बजकर 29 मिनट से रात 7 बजकर 18 मिनट तक रहने वाला है। इसके साथ ही रात 10 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 05 मिनट तक भी चौघड़िया मुहूर्त है।