देश के कई राज्यों में लंपी बीमारी ने आंतक मचा रखा है।
इस खतरनाक रोग से बड़ी संख्या में गायों की मौतें हो रही हैं। इस बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने लंपी बीमारी को लेकर अजीबो-गरीब बयान दिया है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने एएनआई से फोन पर बात करते हुए कहा, “लंपी रोग कई सालों से नाइजीरिया में चल रहा था। चीतों को भी वहीं से लाया गया है। केंद्र सरकार ने जानबूछकर किसानों का नुकसान करने के लिए ये व्यवस्था बनाई है। प्रधानमंत्री ने काले कानूनों (कृषि कानूनों) के दौरान किसानों से कभी बात नहीं की, और चीतों को लाकर वे बदला ले रहे हैं। “
बता दें कि PM के जन्मदिवस पर आठ चीतों को नाइजीरिया से नहीं बल्कि नामीबिया से लाए गए थे।
कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने कह, “मैंने अपने 55 वर्षों में ऐसी बीमारी नहीं देखी है। इसे जानबूझकर लाया गया है ताकि इन किसानों को नुकसान हो। यह बीमारी नाइजीरिया में पहले से मौजूद थी और अब यह भारत में फैल रही है।”
एक बीजेपी नेता और कैबिनेट मंत्री ने पटोले पर पलटवार करते हुए एएनआई से बात करते हुए कहा, “डॉक्टर पटोले का यह हास्यास्पद बयान है, उन्होंने अपने बयान से इस बीमारी को गैर-गंभीर मुद्दा बना दिया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में, गायों के टीकाकरण की व्यवस्था की गई है।”
इस बीच, देश के पशुधन को राहत प्रदान करते हुए, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 10 अगस्त को लंपी वायरस से पशुओं को बचाने के लिए स्वदेशी वैक्सीन लम्पी-प्रोवैक का शुभारंभ किया।
अब तक देश के 13 राज्यों में Lumpy Skin Disease के मामले सामने आ चुके हैं। अब तक देश में 10 लाख से ज्यादा जानवर बीमार हुए हैं।
लंपी बीमारी (Lumpy Disease) की वजह से अब तक 75000 से ज्यादा मवेशियों की मौत हो चुकी है।
राज्य सरकारें, केंद्र सरकार के साथ मिलकर इसकी रोकथाम के लिए कदम उठा रही है। बीमारी से जान गंवाने वाले मवेशियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।