रायपुर की एक महिला और उसके रिश्तेदारों के साथ कुल 75 लाख की ठगी हो गई है।
दरअसल जिन लोगों से ठगी हुई, वह एक ढोंगी बाबा और उसकी महिला असिस्टेंट पर भरोसा कर लिया था।
भरोसा भी इस कदर की सालों की जमा पूंजी ठग बाबा के सामने लाकर रख दिए। जेवर और रुपयों को डबल करने का लालच देकर बदमाश अपनी असिस्टेंट के साथ फरार हो गया।
अब परिवार थाने के चक्कर काटकर पुलिस से जेवर और गहने वापस दिलाने की मांग कर रहे हैं।
मामला शहर के पुरानी बस्ती के मलसाय तालाब के पास रहने वाले परिवार से जुड़ा है। शहर की पुरानी बस्ती थाने की पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है।
महिला रेखा साहू ने अपनी शिकायत में बताया है कि, उसके साथ बाबा आशुतोष और उसकी साथी आरती पाटिल ने ठगी की है। ये दोनों खुद को गुजरात और महाराष्ट्र का रहने वाला बता रहे थे।
ठगों ने सिर्फ रेखा के पास से कैश और गहने नहीं लिए बल्कि कसडोल में रहने वाले इसके रिश्तेदारें से भी 67 तोले सोने का जेवर जो लगभग 33 लाख 50 हजार रुपए के थे, 42 लाख कैश लेकर ठगी करके भाग गए।
ऐसे किया कांड
फरवरी में रेखा अपने कसडोल के रहने वाले परिजनों के साथ उज्जैन गई थी। इनमें उसकी देवरानी श्यामा बाई साहू, गिरिजा बाई साहू ,देवरानी की बहन लक्ष्मी बाई साहू, लिलिमा बाई बहू ,संजनी साहू शामिल थीं।
सन्यासी के अंदाज में वहां घूमते हुए आशुतोष और इसकी साथी आरती पाटिल इन्हें मिल गए। इन दोनों ने रेखा और इसके रिश्तेदारों का हाथ देखकर कहा कि आप लोगों के घर में बुरा साया है, आपकी संपत्ति को हम पूजा करवाकर डबल कर देंगे।
ये बात सुनकर महिलाएं लौट आईं, दोनों ठगों ने महिलाओं से मीठी बातें करके अपने मोबाइल नंबर दे दिए थे।
लौटने के बाद महिलाएं कुछ विषयों पर सलाह लेने आशुतोष और उसकी साथी को फोन करती थीं। मार्च में आशुतोष ,आरती पाटिल कसडोल आये।
यहां उन्होंने रेखा के रिश्तेदारों के घर पूजा करवाई 10 दिन ठहरे, सेवा करवाई और चले गए। फिर जून में आशुतोष,आरती के साथ रायपुर आया। रेखा के घर पर रहा फिर वहां से कसडोल गए लगभग एक सप्ताह रुककर पूजा की।
सब डबल हो जाएगा
जून में कसडोल पहुंचने के दौरान आशुतोष ने कहा कि, बुरे साए का असर खत्म हो रहा है, अब आप लोगों के पास जो भी सोना और नगद रकम है उसे मैं अपनी शक्ति से दाेगुना कर दूंगा।
इतने दिनों में ठग परिवार का भरोसा जीत चुका था। महिला की रिश्तेदार श्यामा साहू ने अपने 12 तोले सोने के जेवर, संजनी साहू 5 तोला सोना, गिरजा साहू 5 तोला सोना दे दिए।
रेखा ने भी 45 तोला सोना और 20 लाख रुपये कैश बाबा को दिए। सबके घरों से मिले जेवर और नगद को लाल कपड़े में बांधकर आशुतोष ने दिए और किचन के अनाज बॉक्स में रखवा दिए।
लाल कपड़ों को देते वक्त कहा कि इन्हें 1 महीने बाद खोलना तो सब डबल हो जाएगा। आरती और आशुतोष फिर लौट गए, एक सप्ताह बाद जब रेखा ने उन्हें कॉल किया फोन बंद था।
रेखा ने जब अपने घर में रखी लाल गठरी खोली तो उसमें कुछ नहीं था, बाकी के रिश्तेदारों को कॉल किया तो वो भी ठगी का शिकार हो चुके थे।
रेखा और उनके रिश्तेदारों से कुल 75 लाख का माल लेकर ठग बाबा अब फरार है।