नेशनल हाईवे अथॉरिर्टी ऑफ इंडिया(NHRI) और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने तकनीकी निरीक्षण के बाद सुपेला से चंद्रा मौर्या चौक तक बन रहे फ्लाई ओवर ब्रिज को एक साइड से शुरू कर दिया गया है।
पॉवर हाउस से दुर्ग की तरफ जाने वाले हल्के वाहन अब यहां से जा सकेंगे। पहले दिन फ्लाई ओवर ब्रिज से निकलने वाले वाहन चालकों ने खुशी जताई। उन्होंने कहा कि ब्रिज के शुरू होने से उन्हें जाम से निजात मिली है।
एएसपी ट्रैफिक विश्वास चंद्राकर ने कहा कि, गुरुवार को एनएचएआई की टीम के साथ उन्होंने ब्रिज का निरीक्षण किया है।
ब्रिज का एक साइड का काम पूरा हो चुका है। लाइटिंग का काम चल रहा है। शहर के अंदर लगने वाले जाम को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि, इस ब्रिज को हल्के वाहनों के लिए खोला जा सकता है।
दिन में इस ब्रिज में वाहनों की एंट्री रहेगी,और शाम के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा, क्योंकि अभी लाइटिंग का काम नहीं हो सका है।
दोनों तरफ की सड़क बन जाने के बाद ब्रिज की दोनों लेन को हल्के वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा।
दुर्ग और भिलाई-3 के स्थानीय लोगों का मानना है कि,ओवर ब्रिज शुरू होने के बाद जाम से मुक्ति मिली है।
पूरा फ्लाई ओवर ब्रिज शुरू होने के बाद काफी राहत मिलेगी। ओवर ब्रिज शुरू होने से टाइम की बचत हो रही है,जिसको लेकर लोगों में उत्साह है।
दो साल में बाद भी अधूरा है ब्रिज का काम
सुपेला ओवर ब्रिज का निर्माण नवंबर 2020 में शुरू हुआ था। अभी भी यह ब्रिज बनकर पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ, लेकिन घड़ी चौक सुपेला का ब्रिज एक साइड से शुरू होने से काफी राहत मिली है। इससे न सिर्फ जाम से मुक्ति मिलेगी, बल्कि ट्रैफिक का दबाव भी कम किया जा सकेगा।
20-30 हजार हल्के वाहन हर दिन होंगे पार
सुपेला ओवर ब्रिज एक साइड से ही शुरू हुआ है, लेकिन इसके बाद भी यहां हर दिन 20-30 हजार हल्के वाहन बिना ट्रैफिक में फंसे आसानी से पार हो जाएंगे। ट्रैफिक पुलिस का भी कहना है कि, ब्रिज के शुरू होने से 20 प्रतिशत तक ट्रैफिक का दबाव कम हो गया है।
सुपेला फ्लाई ओवर
- 1569 मीटर लंबाई
- 87.20 करोड़ लागत
- 2022 जून तक होना था पूरा
- 3 महीने देरी से चल रहा काम
- चंद्रा-मौर्या और घड़ी चौक में काम बाकी है