राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक दल के साथ हुई बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर बड़ा बयान दिया है।
बैठक में सीएम गहलोत ने विधायकों से कहा कि उनकी आखिरी दम तक कोशिश होगी कि राहुल गांधी अध्यक्ष बनने के लिए मान जाएं, अगर नहीं माने तो पार्टी का फैसला सर्वोपरि होगा।
अशोक गहलोत ने कहा कि मैं पार्टी अध्यक्ष के साथ मुख्यमंत्री भी रह सकता हूं।
गहलोत ने विधायकों से कहा कि कल मैं दिल्ली जा रहा हूं फिर वहां से कोच्चि जाऊंगा।
इस दौरान सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि मैं कहीं भी रहूं आपसे दूर नहीं रहूंगा।
बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को नई दिल्ली की अपनी निर्धारित यात्रा से पूर्व मंगलवार रात को यहां पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई थी।
विधायकों की बैठक रात 10 बजे मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गई थी। यह बैठक मुख्यमंत्री निवास में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के लिए आयोजित रात्रिभोज के बाद की गई।
पार्टी में ऐसी अटकलें हैं कि गहलोत पार्टी अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ सकते हैं।
बता दें कि अगर अशोक गहलोत अगर कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ते हैं तो पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती राजस्थान का मुख्यमंत्री चुनने की होगी।
माना जा रहा है कि गहलोत के कांग्रेस प्रमुख बनने पर उनकी जगह पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
हालांकि सूत्रों के मुताबिक, गहलोत पार्टी के भीतर अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी को कमान सौंपने के लिए तैयार नहीं हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी।
नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर है।
एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे।