पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव
अभिषेक बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा पर तीखा हमला बोला।
इससे पहले उनसे कोयला तस्करी जांच के सिलसिले में कोलकाता में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने लगभग आठ घंटे पूछताछ की। उन्होंने कहा, “भाजपा दावा करती है कि दूसरी पार्टी का नेता ‘पप्पू’ है।
लेकिन वास्तव में अमित शाह खुद सबसे बड़े ‘पप्पू’ हैं। वह (केंद्रीय) एजेंसियों का इस्तेमाल किए बिना राजनीति नहीं कर सकते।”
बंगाल में कोयले और मवेशियों की तस्करी के लिए अमित शाह को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए, अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया, “सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) कोयला घोटाले से जुड़ा हुआ है।
बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) क्या कर रहा था जब सीमा पर पशु तस्करी हुई थी? यह गौ तस्करी का भ्रष्टाचार नहीं है? गृह मंत्री भ्रष्टाचारी हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक खुद एक गाय चोर हैं।
गाय चोरी की जांच गौ चोरों द्वारा की जा रही है।” एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी संग पूछताछ के बाद अभिषेक बनर्जी ने कहा।
“अगर कोई साबित कर सकता है कि मैंने अवैध रूप से पांच पैसे भी लिए हैं, तो मैं फांसी पर लटकने के लिए तैयार हूं।
मैं 30 बार पूछताछ का सामना करने के लिए तैयार हूं और मैं बंगाल के लोगों के सामने झुकने के लिए तैयार हूं। लेकिन भाजपा के सामने कभी नहीं झुकूंगा।”
यह तीसरी बार है जब ईडी ने बनर्जी से पूछताछ की है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस साल जुलाई में कोयला घोटाले में शामिल 41 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, हालांकि इसमें अभिषेक बनर्जी का नाम नहीं था।
शाह अपने बेटे को सिखाएं देशभक्ति
केंद्रीय गृह मंत्री पर कटाक्ष करते हुए, अभिषेक बनर्जी ने कहा उनके बेटे जय शाह, जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव हैं।
उनपर विपक्षी दलों द्वारा भारत द्वारा पाकिस्तान को एशिया में हराने के बाद एक वीडियो के आधार पर “झंडा लहराने से इनकार” करने का आरोप लगाया गया था।
बनर्जी ने कहा, “उन्हें (अमित शाह) पहले अपने बेटे को देशभक्ति सिखानी चाहिए। इससे पहले कि वह बंगाल के लोगों को देशभक्ति सिखाने की कोशिश करे।
अगर उन्हें लगता है कि वह ईडी और सीबीआई को लाकर मुझे डरा देंगे, तो यह उनकी गलतफहमी है। गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार को अभिषेक बनर्जी सुबह 10.30 बजे साल्ट लेक में केंद्र सरकार के कार्यालय परिसर में पहुंचे। जहां उनसे कोयला घोटाला मामले में करीब आठ घंटे की मैराथन पूछताछ हुई।