चीन में घटती जन्म दर और आबादी में गिरावट के बीच शादी को लेकर एक हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है।
दशकों तक एक ही बच्चे को पैदा करने की नीति लागू करने वाले चीन में लोग अब शादी करने से कतरा रहे हैं।
स्थिति ऐसी हो गई है कि चीन में साल 2021 में 36 सालों में शादी के लिए सबसे कम रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
आधिकारिक आंकड़ों में बताया गया है कि चीन में साल 2021 में 80 लाख से कम जोड़ों ने शादी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया।
शादी को लेकर सामने आई नई रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सबसे अधिक अबादी वाले देश चीन में पिछले साल केवल 70.64 लाख जोड़ों ने शादी के लिए पंजीकरण कराया है।
शादी के लिए रजिस्ट्रेशन का यह आंकड़ा 1986 के बाद सबसे कम है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 की तुलना में शादी करने वाले जोड़ों की संख्या 2021 में 6.1 प्रतिशत कम रही।
आंकड़े दर्शाते हैं कि शादियों की संख्या में लगातार आठवें साल गिरावट दर्ज की गई।
चीन के सामने बढ़ेगी जनसंख्या संबंधी दिक्कतें
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में पिछले साल शादी करने वालों 25 से 29 साल की आयु के लोगों की संख्या मात्र 35.3 प्रतिशत थी, जो कि 2020 की तुलना में 0.4 फीसदी अधिक है।
इसी के साथ यह लगातार नौवें वर्ष शादी करने वाले सभी आयु समूहों में सबसे अधिक अनुपात वाला समूह रहा।
वहीं, चीन के सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने चीनी विशेषज्ञों के हवाले से कहा कि देर से शादी करने के चलन के कारण चीन द्वारा तीन बच्चों की अनुमति देने की नीति प्रभावित होगी, जिससे जनसंख्या संबंधी दिक्कतें दूर करने के लिए चुनौती और बढ़ेगी।
बच्चे पैदा करने की नीति में बदलाव
चीन ने दशकों पुरानी ‘एक संतान’ नीति को समाप्त करते हुए 2016 में सभी जोड़ों को दो संतान पैदा करने की अनुमति प्रदान की थी।
पिछले साल चीन ने अपने कानून बदलाव किया, जिसमें चीनी जोड़ों को तीन बच्चे पैदा करने की अनुमति दी गई।
चीन में 2020 में जनगणना के आंकड़ों से पता चला था कि देश की जनसंख्या सबसे धीमी गति से बढ़ी है।