गुलाम नबी आजाद का कांग्रेस को अलविदा कहे वक्त हो चुका है लेकिन, कांग्रेस पार्टी अभी तक इस बात को पचा नहीं पाई है।
पार्टी के नेताओं और आजाद के एक-दूसरे पर हमले जारी है, इस बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि जी-23 का समूह पार्टी में “कभी अस्तित्व में नहीं था” और यह मीडिया द्वारा बनाई गई पौराणिक कथा है।
दरअसल, असंतुष्टों के इस समूह का नेतृत्व करने वाले नेता गुलाम नबी आजाद हैं, जो कांग्रेस को अलविदा कह चुके हैं। कांग्रेस का यह बयान उन अटकलों को बल देता है कि असंतुष्ट जी-23 समूह इस साल अक्टूबर में कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए उम्मीदवार उतार सकता है।
मंगलवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “जी -23 आपकी कल्पना का एक अनुमान है। जी -23 अब कहां है? यह कभी अस्तित्व में नहीं था, आप जी -23 की इस पौराणिक कथा को क्यों बनाए रख रहे हैं।”
पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, शशि थरूर और एआईसीसी महासचिव तारिक अनवर के साथ मीडिया के साथ बातचीत के दौरान जयराम रमेश ने कहा, “कोई जी -23 नहीं है। केवल जी-कांग्रेस है।
जिसका मतलब है गांधीवादी कांग्रेस। उन्होंने कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं पर भी हमला किया और कहा कि वे वैचारिक मुद्दों के कारण पार्टी से बाहर नहीं गए।
दिग्विजय सिंह ने आजाद का पार्टी से इस्तीफा पर कहा, “जिस व्यक्ति का आप उल्लेख कर रहे हैं, उसका एक बयान मुझे बताएं..क्या उन्होंने आरएसएस या भाजपा सरकार के कामकाज के खिलाफ कोई बयान दिया है? यह किस तरह की राजनीति है?
मंगलवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “जी -23 आपकी कल्पना का एक अनुमान है। जी -23 अब कहां है? यह कभी अस्तित्व में नहीं था। आप जी -23 की इस पौराणिक कथा को क्यों बनाए रख रहे हैं।”
पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, शशि थरूर और एआईसीसी महासचिव तारिक अनवर के साथ मीडिया के साथ बातचीत के दौरान जयराम रमेश ने कहा, “कोई जी -23 नहीं है।
केवल जी-कांग्रेस है, जिसका मतलब है गांधीवादी कांग्रेस। उन्होंने कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं पर भी हमला किया और कहा कि वे वैचारिक मुद्दों के कारण पार्टी से बाहर नहीं गए।
दिग्विजय सिंह ने आजाद का पार्टी से इस्तीफा पर कहा, “जिस व्यक्ति का आप उल्लेख कर रहे हैं, उसका एक बयान मुझे बताएं..क्या उन्होंने आरएसएस या भाजपा सरकार के कामकाज के खिलाफ कोई बयान दिया है? यह किस तरह की राजनीति है?
गौरतलब है कि कांग्रेस कार्यसमिति ने रविवार को पार्टी के पूर्णकालिक अध्यक्ष का चुनाव 17 अक्टूबर को कराने का फैसला किया है।
पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने सीडब्ल्यूसी की लगभग 30 मिनट की बैठक के बाद कहा था कि चुनाव के लिए अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी, जबकि नामांकन दाखिल करना 24 सितंबर से शुरू होगा और 30 सितंबर तक चलेगा।