पश्चिम बंगाल में वायरल वीडियो में मंत्री की टिप्पणी ‘विधायक और सांसद लुटेरे बन गए’ पर TMC ने जारी किया कारण बताओ नोटिस…

पश्चिम बंगाल के मंत्री श्रीकांत महता ने यह दावा करके विवाद उत्पन्न कर दिया है कि तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक और फिल्म उद्योग से जुड़े सांसद लुटेरे बन गए हैं, जबकि पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा ईमानदार कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है।

पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सालबोनी से विधायक महता एक वायरल वीडियो में एक कार्यक्रम में अपने समर्थकों से यह कहते हुए सुने गए कि पार्टी के शीर्ष नेता खराब तत्वों को अच्छा बता रहे हैं।

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पश्चिम मेदिनीपुर के समन्वयक अजीत मैती ने रविवार को कहा कि महता को उनके उस बयान के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिसने ‘‘पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया।” मैती के अनुसार कारण बताओ नोटिस के जवाब में, महता ने उस बयान पर खेद व्यक्त किया और कहा कि ऐसा ‘‘भावनाओं में बहने के चलते हुआ।”

महता ने शनिवार को बैठक में कहा था, ‘‘हमने सभी शीर्ष नेताओं के समक्ष तर्क रखने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने नहीं सुना। वे ईमानदार लोगों की अनदेखी करते हुए बुरे तत्वों को अच्छा बता रहे हैं।हालांकि, मैं पश्चिमांचल (पश्चिमी जिलों) के लोगों को आजीविका का अधिकार देने के लिए हरसंभव तरीके से काम करूंगा।”

फिल्म उद्योग के कुछ नवनिर्वाचित विधायकों और सांसदों को लुटेरा बताते हुए, महता ने कहा कि अगर वे टीएमसी के लिए मूल्यवान बन जाते हैं, तो ‘‘हम कब तक इस पार्टी के साथ रह सकते हैं?”

मंत्री ने कहा, ‘‘अगर धनराशि की लूट की घटनाएं होती हैं, तो मंत्री को जेल जाने की सलाह दी जाती है, अन्यथा, लोग मंत्रियों पर उंगली उठाएंगे और हम सभी को चोर बताएंगे, क्या हम सभी को इसी तरह के तानों का सामना नहीं करना पड़ रहा है?”

मंत्री का परोक्ष तौर पर इशारा वरिष्ठ नेताओं पार्थ चटर्जी और अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी की ओर था जिन्हें क्रमश: स्कूल नौकरी घोटाले और कथित पशु तस्करी के संबंध में केंद्रीय एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है।

महता ने कहा, ‘‘अगर पार्टी केवल चोरों की सुनती है, अगर कोलकाता जैसे महानगरों में लोग बड़े पैमाने पर लूट में शामिल हैं, तो क्या हमें चुप रहना चाहिए? हमें अपना रास्ता चुनना होगा। या तो हमें सब कुछ त्याग कर किसी आश्रम में जाना होगा या सामाजिक आंदोलनों में भाग लेना होगा।”

टीएमसी के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी उनके विचारों को स्वीकार नहीं करती, घोष ने कहा, ‘‘अगर श्रीकांत को कुछ कहना था, तो उन्हें पार्टी के अनुशासन और मर्यादा का पालन करना चाहिए था, वह पार्टी द्वारा लिए गए किसी भी फैसले के खिलाफ नहीं जा सकते।”

महता ने अन्य लोगों के अलावा, अभिनेत्री जून मालिया और सयंतिका बनर्जी का नाम लिया, विधायक जून मालिया ने कहा कि उन्हें खुशी है कि पार्टी की अनुशासन समिति ने इस मुद्दे को तुरंत कदम उठाया और महता को कारण बताओ नोटिस जारी किया।

पार्टी की राज्य सचिव सयंतिका बनर्जी ने कहा, ‘‘मैंने इस मुद्दे के बारे में सुना है, लेकिन सार्वजनिक रूप से टिप्पणी नहीं करना चाहती.”

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि महता ने सच कहा है कि टीएमसी लुटेरों की पार्टी है, मजूमदार ने कहा, ‘‘श्रीकांत को यह बताना चाहिए कि उनका यह कहने का क्या मतलब है कि फिल्म उद्योग के ये विधायक और सांसद लूट में शामिल हैं, वे वास्तव में क्या लूट रहे हैं? उन्हें बंगाल के लोगों को स्पष्टीकरण देना चाहिए,” महता से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो सका।’

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