नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टावर्स को आज ध्वस्त कर दिया जाएगा।
रविवार दोपहर 230 बजे ध्वस्तीकरण का कार्य होगा।
इस बाबत शनिवार को अधिकारियों ने विस्फोटकों और अन्य व्यवस्थाओं की अंतिम जांच की अधिकारियों ने बताया कि विस्फोटक लगाने और उन्हें जोड़ने का सारा काम पहले ही पूरा किया जा चुका है।
ट्विन टावर्स को गिराने के कार्य में लगे अधिकारियों ने कहा है कि 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक टावर्स में लगाए गए हैं विस्फोटकों के कनेक्शन की अंतिम जांच शनिवार को की गई है।
अब केवल एक ही काम बचा है, वह है ट्विन टावरों को आपस में जोड़ने का और संरचनाओं से एक्सप्लोडर तक 100 मीटर लंबी केबल लगाना एक्सप्लोडर वह स्थान है जहां से रविवार को ध्वस्तीकरण का कार्य किया जाएगा।
मुंबई की कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग को सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद दो टावरों को ध्वस्त करने का काम सौंपा गया है अदालत ने टावर्स के निर्माण में उचित मापदंडों का उल्लंघन पाया था।
आस-पास की सोसायटी में लोग अपना सामान लेकर बाहर निकलने लगे हैं एमराल्ड कोर्ट और उससे सटे एटीएस विलेज सोसाइटियों के करीब 5,000 निवासियों को रविवार सुबह 7 बजे तक एक दिन के लिए घर से बाहर निकलने को कहा गया है।
एक्सप्लोडर से 100 मीटर ऊंचे अवैध ट्विन टावरों तक की केबल, कल सुबह 7 बजे के बाद ही बिछाई जाएगी जब आसपास की सभी सोसायटी खाली हो जाएगी लोगों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
एडिफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने कहा है कि एक बार जब सभी टीमें इमारतों से नीचे उतर जाती हैं, तो दो इमारतों एपेक्स और सेयेन को आपस में जोड़ा जाएगा।
उसके बाद इमारतों को ध्वस्त करने के लिए 100 मीटर लंबी केबल तार को लगाया जाएगा। रविवार को नोएडा सेक्टर 93ए में ट्विन टावरों की ओर जाने वाली सड़कों पर ट्रैफिक में परिवर्तन किए गए हैं।
नोएडा पुलिस ने 400 से अधिक कर्मियों को ट्विन टावर के क्षेत्र में रविवार को तैनात किया है। NDRF और उत्तर प्रदेश सरकार की राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए मौके पर मौजूद रहेंगी।
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि ध्वस्तीकरण के बाद क्षेत्र से धूल हटाने के लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों के अलावा, मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन, एंटी-स्मॉग गन और वाटर स्प्रिंकलर भी साइट पर लगाए जाएंगे।